कोलकाता : देश और दुनिया में सर्वर ठप होने का व्यापक असर कोलकाता एयरपोर्ट पर देखने को मिला। इस दौरान 25 उड़ानें रद्द कर दी गयी तथा 70 की संख्या में उड़ानें घंटों बाद संचालित हुईं। इस कारण कोलकाता एयरपोर्ट पर यात्रियों में हाहाकार मंच गया था। न तो बैठने की जगह थी और न ही खाने-पीने का इंतजाम था। वहीं एयरलाइंस और सुरक्षा कर्मियों के पसीने छूट गये। एयरपोर्ट के बाहर यात्रियों की लंबी कतारें लग गयी। न सर्वर चला और न विमान उड़ान संचालित हो पाया। कोलकाता से जाने वाली व यहां आने वाली सैकड़ों उड़ानें के लिए तैयारी कर पहुंचे यात्रियों को घंटों एयरपोर्ट पर ही रूकना पड़ा। एयरपोर्ट पर चेक-इन सिस्टम में दिक्कत आयी और यात्री मैनुअली इसे संचालित करते दिखें। इसकी वजह से फ्लाइट तक नहीं उड़ पायी। यह समस्या सिर्फ यहां ही नहीं थी बल्कि भारत समेत कई देशों में देखी गयी। जो जहां था, वहीं फंस गया। सर्वर ठप की वजह से लोगों को काफी परेशानी हुई। कई कंपनियों के विमान नहीं उड़ पाये। इनमें दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई व बंगलुरू समेत देश के कई हिस्सों में जाने वाली उड़ानें शामिल रहीं।
डीजी यात्रा फेल, एयरपोर्ट के बाहर लंबी कतारों में दिखें यात्री: कोलकाता एयरपोर्ट पर पहुंचे यात्रियों को लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ा। ऐसा इसलिए क्योंकि एयरपोर्ट के बाहर डीजी यात्रा पूरी तरह से फेल हो गया था। यानी कि उन्हें मैनुअली सीआईएसएफ को टिकट दिखाकर एयरपोर्ट के भीतर प्रवेश करना पड़ा। तकनीकी खराबी की वजह से लंबी कतारों में यात्रियों को इंतजार करते देखा गया। एयरपोर्ट्स पर टिकट बुकिंग से लेकर चेक-इन तक में दिक्कत देखी गयी। सबसे पहली उड़ान 10.30 बजे इंडिगो की रद्द की गयी। सर्वर ठप का असर यह हुआ कि एयरपोर्ट पर पूरा सिस्टम स्लो हो गया। जो भी कंपनियां माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर निर्भर थी, उनके कामों पर व्यापक असर पड़ा।
मैनुअली बोर्डिंग पास दिया गया एयरपोर्ट पर : जिन यात्रियों ने बोर्डिग पास वेब चेकिंग के जरिये लिया था, उन्हें भी लाइन में लगकर बोर्डिंग पास दुबारा लेना पड़ा। एयरलाइन का काम प्रभावित होने से एयरपोर्ट पर लंबी लाइने लग गई। हर कोई अपनी उड़ान के लिए इंतजार करता नजर आया।
एयरपोर्ट पर वेटिंग टाइम भी बढ़ गया है, इसलिए लोगों को ज्यादा वक्त पहले एयरपोर्ट पहुंचने की सलाह दी गयी।
मुख्य बातें
एयरपोर्ट पर इंडिगो की पहली उड़ान 10.30 बजे हुई रद्द
12500 यात्रियों को करना पड़ा मुसीबतों का सामना
शुक्रवार की शाम तक धीरे-धीरे संचालित हुईं बाकी की उड़ानें
यात्रियों को बोर्डिग पास मैनुअली दिया गया
सर्वर डाउन होने के कारण यात्रियों को बोर्डिग पास मैनुअली दिया गया। उसमें हाथ से ही फ्लाइट की टाइमिंग और बोर्डिंग गेट नम्बर तथा यात्रियों के नाम लिखे गये थे। यह पहली बार था जब एयरपोर्ट पर इस तरीके से कई सालों बाद बोर्डिंग पास यात्रियों को इश्यू किये गये थे।
एयरलाइंसों के पास इतने फोन आये कि फोन हैंग हो गये
कोलकाता एयरपोर्ट पर एयरलाइंसों के पास इतने अधिक कॉल आये कि उनके फोन तक हैंग हो गये। पूरा सिस्टम फेल्योर देखा गया। हालांकि मैनुअली यात्रियों को उनके गंतव्यों तक पहुंचाने के लिए एयरलाइंस कर्मियों को पूरी शिद्दत के साथ काम करते देखा गया। इस दौरान बोर्डिंग गेट पर भी डीजी यात्रा काम नहीं कर पा रहा था, इस कारण हर स्थान पर यात्रियों को लंबी कतारों में देखा गया। भारत में इंडिगो, स्पाइसजेट, एयर इंडिया एक्सप्रेस और आकासा एयरलाइंस की सेवाएं सबसे अधिक प्रभावित हुई। यात्रियों को सलाह दी गई कि वे उड़ानों के बारे में जानकारी के लिए अपनी संबंधित एयरलाइनों से संपर्क करें। कई एयरपोर्ट से विमानों का संचालन बंद कर दिया गया है। इसी बीच माइक्रोसॉफ्ट ने एक्स हैंडल पर पोस्ट कर बताया कि जैसे-जैसे हमारी कार्रवाई आगे बढ़ रही है, अनेक सेवाओं की उपलब्धता में सुधार जारी है।