कोलकाता : लोकसभा चुनाव के बाद दक्षिण कोलकाता और उत्तर कोलकाता के लिए केंद्रीय बलों ने 246 कंपनियों को तैनात करने का फैसला किया है। बता दें कि केंद्रीय बलों के 24,600 जवान 3,947 मतदान केंद्रों पर मतदान की निगरानी करेंगे। हालांकि कोलकाता में हाल के दिनों में सुरक्षा बलों की सबसे अधिक तैनाती होगी। आयोग के एक अधिकारी ने कहा “छठे चरण में छिटपुट हिंसा के बाद, आयोग ने सातवें चरण के लिए पूरे सुरक्षा पैटर्न को फिर से डिजाइन किया। आयोग ने सभी सुरक्षा मापदंडों को ध्यान से देखा और बदलाव किए। आयोग सभी नौ निर्वाचन क्षेत्रों में हिंसा के लिए शून्य-सहिष्णुता चाहता है। सीईओ आरिज आफताब, विशेष पुलिस पर्यवेक्षक अनिल कुमार शर्मा और विशेष महापर्यवेक्षक आलोक सिन्हा के साथ एक वर्चुअल बैठक में पता चला कि अधिकांश समस्याएं मतदान परिसरों के बाहर होती हैं।
कलकत्ता के दो निर्वाचन क्षेत्रों के साथ-साथ दमदम, जादवपुर, डायमंड हार्बर, बशीरहाट, बारासात, मथुरापुर और जॉयनगर सहित सात निर्वाचन क्षेत्रों में 1 जून को मतदान होगा। इन निर्वाचन क्षेत्रों की भेद्यता मानचित्रण से पता चलता है कि कुल 17,470 मतदान केंद्रों में से 3,682 (21 प्रतिशत) बूथ संवेदनशील माने जाते हैं। बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र, जिसमें संदेशखली शामिल है, में सभी सात निर्वाचन क्षेत्रों में सबसे अधिक संवेदनशील बूथ हैं। बशीरहाट के 1,882 मतदान केंद्रों में से 1,096 (करीब 58 प्रतिशत) संवेदनशील माने जाते हैं। आयोग ने बशीरहाट के लिए 81 कंपनियां तैनात की हैं।