नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) को लेकर बीते कई दिनों से विवाद जारी है। इसी बीच महिला रेसलर विनेश फोगाट ने बड़ा ऐलान किया है। विनेश फोगाट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। उन्होंने अपना खेल रत्न अवॉर्ड और अर्जुन अवॉर्ड वापस करने का ऐलान किया है। उनसे पहले बजरंग पूनिया ने भी पद्मश्री अवॉर्ड लौटाने का ऐलान किया था।
‘महिला सम्मान के लौटा रही हूं अवार्ड’
पीएम को पत्र लिखते हुए फोगाट ने लिखा कि प्रधानमंत्री जी, साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ दी है और बजरंग पूनिया ने पद्मश्री लौटा दिया है। विनेश फोगाट ने लिखा कि अब मैं पुरस्कार लेती उस विनेश की छवि से छुटकारा पाना चाहती हूं क्योंकि वो एक सपना था और हमारे साथ जो हो रहा है, वो एक हकीकत है। मुझे मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड दिया गया था, लेकिन उनका कोई मतलब नहीं रहा है। हर महिला सम्मान से जीना चाहती है, इसलिए मैं अपने अवॉर्ड लौटा रही हूं, ताकि ये हमारे ऊपर बोझ ना बन सके।
मैं अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवार्ड वापस कर रही हूँ।
इस हालत में पहुँचाने के लिए ताकतवर का बहुत बहुत धन्यवाद 🙏 pic.twitter.com/KlhJzDPu9D
— Vinesh Phogat (@Phogat_Vinesh) December 26, 2023
लंबे वक्त से विरोध कर रहे हैं पहलवान
बता दें कि साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट समेत कई पहलवान पिछले लंबे वक्त से भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोले हुए थे। पहले बृजभूषण सिंह की WFI से छुट्टी हुई, उसके बाद जब कमेटी में फिर से चुनाव हुए तब संजय सिंह अध्यक्ष चुनकर आए। जो बृजभूषण सिंह के ही करीबी बताए गए थे। इन चुनावों के बाद भी सभी पहलवानों ने खुला विरोध किया था। पहलवानों के विरोध के बाद खेल मंत्रालय ने नई कमेटी को रद्द कर दिया था और संजय सिंह समेत पूरी कमेटी को हटा दिया था।