कोलकाता: मौसम रंगत बदल रहा है और सर्दी धीरे-धीरे दस्तक दे रही है। भले ही अभी सर्दी का प्रकोप नहीं है पर इस मौसम में बच्चों को स्वस्थ रखना मां बाप के लिए बड़ा कठिन है। यही मौसम है जब बच्चों का सबसे ज्यादा ख्याल रखना पड़ता है । अब बच्चे तो बच्चे हैं न तो वे गर्म कपड़े पहनने को तैयार होते हैं औरन ही उन्हे बदलते मौसम में कम कपड़ों में छोड़ करबीमार होने का खतरा उठायाजा सकता है। छोटे बच्चे सर्दी का प्रकोप आसानी से सह नहीं पाते और जरा सीलापरवाही से बीमार पड़ जाते हैं सो हर समझदार मां बाप का फर्ज है कि वे अपनेनन्हे -मुन्नों का खास तौर पर ध्यान रखें ।
थोड़ी सी सावधानी जरूरी
वैसे थोड़ी सी सावधान से नन्हे मुन्नों को आसानी से सर्दी की बीमारियों से बचाया जा सकता है। कुछ ऐसे टिप्स हैं जिनका उपयोग करके अपने बच्चों को दादी, नानी तक सुरक्षित रखती आई हैं। बस, थोड़ा सा ध्यान रखिए और निश्चिंत हो जाइए सर्दी आपके लाड़ले का कुछ भी नहीं बिगाड़ पाएगी। सबसे पहला मूल मंत्र है कि यदि बच्चा बहुत छोटा है और मां का दूध पीता है तो न केवल उसका अपितु मां का भी सर्दी के प्रकोप से बचना जरुरी है। न केवल उसे खुद को ठण्ड में एक्सपोज करने से बचना है वरन् खाने पीने में परहेज व संयम रखना होगा। पहला कदम है स्वयं पर नियंत्रण रखना। बेहतर होगा कि मां भी कोई एण्टी ऑक्सीडेंट लेती रहे। आंवला जिसे इस मौसम में अमृत फल कहा जा सकता है उसका मुरब्बा, अचार, जूस अथवा कच्चा खाने से रोग प्रतिरोधक ताकत बढ़ती है जो आपकी व बच्चे की ठंड से लड़ने में मदद करती है और सूत्र है मां स्वस्थ तो बच्चा स्वस्थ।