पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये माइस टूरिज्म पर दिया जायेगा जोर
एचआरएईआई समेत अन्य संगठनों ने की पर्यटन मंत्री के साथ बैठक
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये हाल में एक बैठक की गयी जिसमें राज्य के पर्यटन मंत्री बाबुल सुप्रियो मौजूद थे। इस बैठक में पर्यटन विभाग की प्रधान सचिव नंदिनी चक्रवर्ती, पूर्वी भारत के 12 राज्यों का प्रतिनिधित्व करने वाले एचआरएईआई (होटल एण्ड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ ईस्टर्न इंडिया) के प्रेसिडेंट सुदेश पोद्दार के अलावाहॉस्पिटैलिटी फ्रैटरनिटी जैसे कि ताज होटल एण्ड रिसॉर्ट, आईटीसी होटल्स, मेफेयर, हयात इंटरनेशनल आदि के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। बैठक में राज्य में पर्यटन के विस्तार पर जोर दिया गया। इसके अलावा बंगाल की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत जैसे कि म्यूजिक फेस्टिव, दुर्गा पूजा आदि को कैसे पर्यटन में बदला जाये, इस पर भी बात की गयी।
माइस टूरिज्म पर रहा सबसे अधिक फोकस
बैठक में माइस टूरिज्म (मीटिंग इनसेनटिव कनवेंशन एग्जीबिशन) पर सबसे अधिक फोकस रहा। किसी तरह के बड़े सेमिनार या कॉन्क्लेव को माइस टूरिज्म कहा जाता है। दरअसल, इस तरह के कार्यक्रम होने पर एक बार में हजारों की संख्या में लोग आते हैं। इनमें से काफी लोग कोलकाता समेत राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में घूमने के लिये भी जाते हैं जिससे पर्यटन के साथ व्यवसाय भी बढ़ता है। ऐसे में एचआरएईआई की ओर से इस बात का आश्वासन दिया गया कि बंगाल में अधिक से अधिक कॉन्फ्रेंस व सेमिनार आदि कराने पर जोर दिया जायेगा।
मेडिकल टूरिज्म के लिये अस्पतालों के साथ बातचीत
माइस टूरिज्म के अलावा मेडिकल टूरिज्म पर भी विशेष जोर दिया गया। दूसरे राज्यों से जो लोग यहां इलाज कराने आते हैं, वे कहीं ना कहीं घूमने के लिये भी जाते हैं। इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है। यहां उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश से सबसे अधिक मरीज पश्चिम बंगाल आते हैं। ऐसे में बांग्लादेश के कुछ अस्पतालों के साथ एचआरएईआई बातचीत कर बंगाल में पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु कदम उठा सकता है।
होम स्टे में आ रही मुश्किलों का किया जायेगा समाधान
बताया गया कि होम स्टे को लेकर थोड़ी मुश्किलें आ रही हैं। दरअसल, रिमोट इलाकों में बिजली, पानी, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण होम स्टे बढ़ाना मुश्किल हो रहा है। हालांकि बैठक में इन मुश्किलों का समाधान निकालने पर जोर दिया गया। यहां उल्लेखनीय है कि होम स्टे को बढ़ावा देने के लिये संदाकफू में काफी काम किया गया है।
यह कहा एचआरएईआई के प्रेसिडेंट ने
एचआरएईआई के प्रेसिडेंट सुदेश पोद्दार ने कहा, ‘ना केवल पर्यटन के विकास बल्कि ऐसे स्थानों को लेकर भी बात की गयी जो आगे टूरिज्म के हॉट स्पॉट बन सकते हैं। इसके अलावा राज्य की कला, संस्कृति व समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का विस्तार कैसे पर्यटन के तौर पर किया जाये, इस पर बात हुई।’
West Bengal Tourism : Bengal में ऐसे बढ़ेगा पर्यटन
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