Goa : नये साल को सेलिब्रेट करने के लिए कोलकाता वासियों ने गोवा के बजाय विदेशी गंतव्यों को चुना | Sanmarg

Goa : नये साल को सेलिब्रेट करने के लिए कोलकाता वासियों ने गोवा के बजाय विदेशी गंतव्यों को चुना

मुख्य बातें
नये साल का जश्न मनाने बंगाल से मात्र 10 फीसदी पर्यटक गोवा पहुंचे
थाईलैंड, सिंगापुर, वियतनाम, दुबई पहुंचे 60 फीसदी पर्यटक
कश्मीर, दार्जिलिंग, राजस्थान व अन्य स्थानों पर पहुंचे 30 फीसदी पर्यटक
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : नये साल का जश्न मनाने के लिए गोवा का रुख करने वाले कोलकाता वासियों की संख्या में भारी गिरावट दर्ज की गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोलकाता से इस बार कम पर्यटक गोवा पहुंचे, जबकि विदेशी गंतव्यों जैसे थाईलैंड, वियतनाम और बैंकॉक को ज्यादा प्राथमिकता दी गई। वहीं दुबई व सिंगापुर भी छुट्टियां मनाने काफी लोग पहुंचे। कोविड के पहले कोलकाता से नये साल के उपलक्ष्य में 30 से 40 फीसदी के करीब लोग गोवा का रुख करते थे। कोलकाता से गोवा कभी टॉप डेस्टिनेशन हुआ करता था। अब यह 10 फीसदी पर आ गया है। वहीं थाईलैंड, सिंगापुर, वियतनाम और दुबई इस बार 60 फीसदी से अधिक संख्या में पर्यटक पहुंचे। कश्मीर, दार्जिलिंग, राजस्थान व अन्य स्थानों पर बाकी 30 फीसदी पर्यटक पहुंचे।
कम कनेक्टिविटी और ज्यादा खर्च बना वजह
ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के पूर्वी अध्यक्ष अंजनी धानुका ने कहा कि गोवा के लिए कोलकाता से हफ्ते में केवल दो उड़ानें संचालित होती हैं, जबकि थाईलैंड, दुबई और वियतनाम जैसे अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए प्रतिदिन उड़ानों की सुविधा उपलब्ध है। गोवा जाने के लिए अन्य दिनों में पर्यटकों को मुंबई या बंगलुरु होते हुए जाना पड़ता है, जिससे यात्रा खर्च बढ़ जाता है। दूसरी ओर, अंतरराष्ट्रीय गंतव्य कनेक्टिविटी और बजट के मामले में ज्यादा किफायती साबित हो रहे हैं।
थाईलैंड बना प्रमुख विकल्प
थाईलैंड के लिए कोलकाता से रोजाना 6-7 उड़ानों की सुविधा है, जिसमें इंडिगो, थाई एयरवेज, एयर एशिया और सिंगापुर एयरलाइंस जैसी एयरलाइंस शामिल हैं। थाईलैंड की यात्रा न केवल किफायती है, बल्कि वहां ठहरने और घूमने के लिए भी बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हैं। 10,000 रुपये में थाईलैंड में अच्छे होटल मिल जाते हैं, जबकि गोवा में यह खर्च 20000-30,000 रुपये से भी ज्यादा होता है। थाईलैंड और वियतनाम जैसे गंतव्यों की ओर कोलकाता वासियों का रुझान इसलिए भी बढ़ा है क्योंकि इन स्थानों पर जाने का खर्च गोवा से कम है। थाईलैंड की तीन दिन की यात्रा 50,000 से 60,000 रुपये में पूरी हो जाती है, जबकि गोवा की यात्रा का खर्च 1 लाख रुपये तक पहुंच जाता है।
अंडमान : सुकून की तलाश करने वालों की पसंद
जो पर्यटक शांति और सुकून की तलाश में हैं, उन्होंने अंडमान का रुख किया। अंडमान के लिए कोलकाता से प्रतिदिन 6-7 उड़ानें उपलब्ध हैं। हालांकि, अंडमान में मोबाइल नेटवर्क और होटलों की सीमित सुविधाएं एक चुनौती बनी हुई हैं। फिर भी, कई लोगों ने प्राकृतिक सुंदरता और शांतिपूर्ण वातावरण का आनंद लेने के लिए इसे चुना।
गोवा की छवि पर सवाल
गोवा में पर्यटकों की संख्या में कमी को लेकर गोवा पर्यटन विभाग ने सफाई दी है। विभाग का कहना है कि गोवा की छवि खराब करने के लिए यह माहौल बनाया जा रहा है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि कनेक्टिविटी की कमी और होटल के महंगे किराये ने पर्यटकों को गोवा के बजाय विदेशी गंतव्यों की ओर आकर्षित किया है।

कोलकाता से गोवा की यात्रा में गिरावट के मुख्य कारण
• कम कनेक्टिविटी : गोवा के लिए कोलकाता से केवल दो उड़ानें साप्ताहिक संचालित होती हैं।
• उच्च यात्रा खर्च : गोवा की यात्रा पर विदेशी गंतव्यों की तुलना में अधिक खर्च आता है।
• बढ़ती अंतरराष्ट्रीय कनेक्टिविटी : थाईलैंड और वियतनाम के लिए कोलकाता से प्रतिदिन उड़ानें उपलब्ध हैं।
• बजट फ्रेंडली विकल्प : थाईलैंड में 50,000 रुपये में पूरी यात्रा संभव है, जबकि गोवा का खर्च 1 लाख तक पहुंच सकता है।
• सस्ता ठहराव : थाईलैंड में 10,000 रुपये में अच्छे होटल उपलब्ध हैं, जबकि गोवा में यह खर्च तीन गुना अधिक है।

 

:- नेहा सिंह

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