2 टन कैश को भेजने में लगे थे 21 प्लेन
दमिश्क : बीते सप्ताह सीरिया में सुन्नी विद्रोहियों द्वारा राष्ट्रपति बशर अल-असद का तख्तापलट और राजधानी दमिश्क पर कब्जा करने के बाद वह (असद) देश छोड़ कर रूस भाग गये। अब फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि असद की देश छोड़ने की तैयारी पहले से ही थी। इसलिए उन्होंने पहले ही 250 मिलियन डॉलर (2,082 करोड़ रुपए) नकद रूस भेज दिये थे। इन 100 डॉलर और 500 यूरो के नोटों का वजह करीब 2 टन था। इन पैसों को मार्च 2018 और मई 2019 के बीच दमिश्क से मॉस्को के वानुकोवो एयरपोर्ट पर भेजा गया था। डाॅलरों को रूस भेजने की पूरी प्रकियो में 21 फ्लाइट्स का इस्तेमाल किया गया था। यही नहीं इन डॉलरों के मॉस्को पहुंचने पर तुरंत उसे रूसी बैंकों में जमा करा दिया गया था।
लड़ाई जारी रखना चाहता था : असद
इस बीच इस बीच फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद सीरिया के अपदस्थ नेता बशर असद का बयान आया है। उन्होंने कहा कि सरकार के पतन के बाद उनका देश छोड़ने का कोई इरादा नहीं था लेकिन पश्चिमी सीरिया में उनके आधार शिविर पर हमला होने के बाद रूसी सेना ने उन्हें वहां से बाहर निकाल लिया।
उन्होंने कहा कि वे रूसी सहयोगियों के साथ समन्वय कर तटीय प्रांत लताकिया में रूसी आधार शिविर के लिए रवाना हुए, जहां उन्होंने लड़ाई जारी रखने की योजना बनाई। असद ने कहा कि ड्रोन से रूसी आधार शिविर पर हमला होने के बाद रूसियों ने आठ दिसंबर की रात उन्हें रूस ले जाने का फैसला किया। असद ने कहा कि मैंने किसी योजना के तहत देश नहीं छोड़ा जैसा कि पूर्व में बताया जा रहा था।