प्रयागराज: उत्तर प्रदेश में अगले साल जनवरी में आयोजित होने वाले महाकुम्भ मेले में स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए मेला प्रशासन ने लगभग 10,000 सफाईकर्मियों की तैनाती का निर्णय लिया है। यह जानकारी शनिवार को एक अधिकारी ने दी। महाकुम्भ मेले की विशेष कार्याधिकारी, आकांक्षा राणा ने बताया कि स्वच्छ कुम्भ कोष के तहत इन सफाईकर्मियों के रहने, खाने-पीने और बच्चों के लिए नि:शुल्क शिक्षा की व्यवस्था की जा रही है। उनका कहना था कि सफाईकर्मी इस मेले के स्वच्छता बनाए रखने में एक अहम भूमिका निभाते हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि सफाईकर्मियों के लिए एक ‘सैनिटेशन कॉलोनी’ बनाई जा रही है, जिसमें उनके खाने-पीने और रहने की पूरी व्यवस्था नि:शुल्क की जाएगी। इस पहल से सफाईकर्मियों को आराम और सुरक्षा, दोनों ही मिलेंगे। प्रयागराज के बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) प्रवीण तिवारी ने कहा कि मेला क्षेत्र के सभी 25 सेक्टरों में एक-एक प्राथमिक विद्यालय खोलने की योजना है, जहां इन सफाईकर्मियों, दुकानदारों और अन्य कामकाजी लोगों के बच्चों को शिक्षा दी जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि मेला क्षेत्र में शुक्रवार को एक प्राथमिक विद्यालय की शुरुआत की गई है, जहां बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद गतिविधियों को भी बढ़ावा दिया जाएगा। आकांक्षा राणा ने कहा कि इन विद्यालयों में बच्चों को मध्याह्न भोजन जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी। जरूरत पड़ने पर कुछ सेक्टरों में एक से ज्यादा प्राथमिक विद्यालय भी खोले जा सकते हैं। इसके अलावा, सफाईकर्मियों के मानदेय का भुगतान भी त्वरित गति से किया जा रहा है ताकि उनकी दैनिक जरूरतें आसानी से पूरी हो सकें। अधिकारी ने बताया कि सफाईकर्मियों को उनके निर्धारित मानदेय का भुगतान हर 15 दिन में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से उनके खाते में भेजा जाएगा।