संभल : उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को इन खबरों को खारिज कर दिया कि संभल में 1978 में हुए सांप्रदायिक दंगों की फिर से जांच की जाएगी। इन दंगों में कई लोगों की जान चली गयी थी। संभल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा, सोशल मीडिया और अन्य मंचों पर यह भ्रामक जानकारी फैलायी जा रही है कि संभल में 1978 में हुए सांप्रदायिक दंगों की फिर से जांच शुरू की जा रही है। ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है।
बिश्नोई ने कि विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) श्रीश चंद्र शर्मा ने 17 दिसंबर को एक पत्र प्रस्तुत किया था। उनके अनुसार, नियम 115 के तहत दिये गये इस पत्र में 1978 के दंगों के बारे में विस्तृत जानकारी देने का अनुरोध किया गया था। इसके बाद सरकार ने मामले पर जानकारी मांगी थी। उन्होंने कहा कि प्रासंगिक जानकारी संकलित की जा रही है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद इसे सरकार को भेज दिया जाएगा। पुलिस का यह स्पष्टीकरण संभल में 1978 में हुए दंगों की संभावित नयी जांच के बारे में फैली अफवाहों के जवाब में आया है।
बता दें कि गत 24 नवंबर को शहर के कोट गर्वी इलाके में शाही जामा मस्जिद में अदालत के आदेश पर सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा के बाद से संभल में तनाव बढ़ रहा है। इस हिंसा में 4 लोगों की जान चली गयी और कई लोग घायल हो गये थे।