गुरु पुष्य नक्षत्र 2024: दिवाली से पहले का महासंयोग | Sanmarg

गुरु पुष्य नक्षत्र 2024: दिवाली से पहले का महासंयोग

कोलकाता: गुरु पुष्य योग 24 अक्टूबर को बनने जा रहा है, जो दिवाली से पहले का एक महत्वपूर्ण समय है। इस दिन अन्य चार शुभ योग भी होंगे, जिससे खरीदारी और निवेश के लाभ प्राप्त होंगे। अगर आप खरीदारी नहीं कर सकते, तो भी कुछ खास काम कर सकते हैं।

गुरु पुष्य का महत्व

गुरु पुष्य नक्षत्र को सबसे शुभ नक्षत्रों में से एक माना जाता है। इसका स्वामी बृहस्पति है और इसकी राशि कर्क है। पुष्य नक्षत्र में किया गया कोई भी कार्य पुण्यदायी और त्वरित फल देने वाला होता है। इस दिन किए गए कार्यों का प्रभाव जीवन पर लंबे समय तक बना रहता है।

24 अक्टूबर को करें ये खास काम

  • खरीदारी: इस दिन गृह प्रवेश, सोना, चांदी, हीरा, प्लेटिनम के आभूषण, वाहन और इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदने से धन की वृद्धि होती है।
  • पूजा-अर्चना: महालक्ष्मी के साथ कुलदेव या आराध्य देव और धन कुबेर की पूजा करें। इससे घर में लक्ष्मी का वास होगा और समृद्धि आएगी।
  • रियल एस्टेट में निवेश: यदि आपको किसी संपत्ति का पंजीकरण कराना है, तो पुष्य नक्षत्र के दौरान यह करना श्रेष्ठ रहेगा।

अगर खरीदारी नहीं कर सकते

अगर आप खरीदारी नहीं कर सकते, तो विष्णु भगवान और लक्ष्मी जी की पूजा जरूर करें। पुष्य नक्षत्र में पूजा से शीघ्र शुभ फल मिलते हैं।

विशेष मुहूर्त: कार्तिक कृष्ण पक्ष की नवमी के दिन, 24 अक्टूबर को अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:43 से 12:28 बजे तक है। इस दौरान शुभ कार्य करना विशेष फलदायी होगा। दुकान, ऑफिस, फैक्ट्री और घर में अभिमंत्रित श्रीयंत्र स्थापित करें और श्रीसूक्त, महालक्ष्मी सूक्त, विष्णु श्रीसूक्त या कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें। इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होंगी और व्यापार में उन्नति होगी। अगर आपकी कुंडली में बृहस्पति कमजोर है, तो ब्रह्म मुहूर्त में ध्यान करें और भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करें। इसके बाद विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें और केसर और चने की दाल का दान करें। इस महासंयोग का लाभ उठाएं और अपनी जिंदगी में खुशहाली लाएं!

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