नई दिल्ली: देव दिवाली, जिसे त्रिपुरारी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है, इस साल 15 नवंबर 2024 को मनाई जाएगी। यह पर्व खासकर काशी में बेहद धूमधाम से मनाया जाता है, जहां गंगा नदी के घाटों पर दीप जलाए जाते हैं और गंगा आरती का आयोजन होता है। इस दिन का धार्मिक और ज्योतिषीय महत्व अत्यधिक है, क्योंकि इस दिन विशेष ग्रह संयोग बन रहे हैं जो कुछ राशियों के लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकते हैं। आइए जानें कि देव दिवाली पर बने ये राजयोग किन राशियों को शुभ संकेत दे रहे हैं।
देव दिवाली के ज्योतिषीय संयोग
इस दिन चंद्रमा वृषभ राशि में स्थित होगा और गुरु के साथ मिलकर गजकेसरी योग का निर्माण करेगा, जो अत्यधिक शुभ माना जाता है। इसके साथ ही, शनि कुंभ राशि में रहकर एक राजयोग बना रहे हैं, जबकि मंगल कर्क राशि में बैठकर मीन राशि में राहु के साथ नवपंचम राजयोग का निर्माण कर रहे हैं। ये दुर्लभ संयोग खास राशियों के लिए समृद्धि, सफलता और भाग्य का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।
वृषभ राशि: नए अवसरों और सफलता के संकेत
वृषभ राशि के जातकों के लिए देव दिवाली का समय अत्यधिक अनुकूल रहेगा। चंद्रमा और गुरु की युति से बने गजकेसरी योग के प्रभाव से आपके जीवन में नए अवसर आ सकते हैं। खासकर करियर में उन्नति और नए प्रोजेक्ट्स से जुड़ी सफलता मिल सकती है। प्रमोशन या काम के नए अवसर मिल सकते हैं। आर्थिक दृष्टि से भी यह समय लाभकारी रहेगा, और नए निवेश से भविष्य में अच्छा लाभ मिल सकता है। इसके अलावा, परिवार में भी सुख-शांति बनी रहेगी और कोई शुभ समाचार मिल सकता है।
मिथुन राशि: भाग्य का साथ और नए अवसर
मिथुन राशि के जातकों के लिए देव दिवाली पर शनि और गुरु का संयोग बेहद शुभ है। कुंभ राशि में स्थित शनि आपके जीवन को सकारात्मक दिशा दे सकते हैं, और इस समय आपकी किस्मत आपके साथ होगी। आपके रुके हुए काम तेजी से पूरे हो सकते हैं। शिक्षा, करियर या किसी महत्वपूर्ण निर्णय के लिए यह समय उपयुक्त है। आर्थिक लाभ की संभावनाएं बन रही हैं, जो आपकी वित्तीय स्थिति को मजबूत करेंगी। इसके अलावा, करियर में नए अवसर मिल सकते हैं जो आपकी सफलता को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
कुंभ राशि: संतान सुख और करियर में सफलता
कुंभ राशि के जातकों के लिए देव दिवाली का समय संतान सुख और करियर में नई ऊंचाइयों के संकेत दे रहा है। शनि और गजकेसरी योग का प्रभाव आपके जीवन में खुशियां लेकर आएगा। यदि आप संतान से संबंधित शुभ समाचार की प्रतीक्षा कर रहे हैं, तो यह समय आपके लिए अनुकूल हो सकता है। साथ ही, करियर में सफलता और नई उपलब्धियों के योग बन रहे हैं। आर्थिक दृष्टि से भी यह समय आपके लिए लाभकारी रहेगा, और आपको नौकरी या व्यवसाय में तरक्की मिल सकती है। आत्मविश्वास में भी वृद्धि होगी, जिससे नए कार्यों में सफलता प्राप्त होगी।
अन्य राशियों पर प्रभाव
हालांकि वृषभ, मिथुन और कुंभ राशियों के लिए देव दिवाली का संयोग विशेष रूप से लाभकारी है, लेकिन अन्य राशियों पर भी इसका कुछ न कुछ सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। सभी जातक इस दिन विशेष पूजा और अनुष्ठान करके इस शुभ संयोग का लाभ उठा सकते हैं। गंगा स्नान, दीपदान, और भगवान शिव की पूजा से पुण्य की प्राप्ति होती है और नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है।
देव दिवाली पर धार्मिक अनुष्ठानों का महत्व
देव दिवाली के दिन पवित्र नदियों में स्नान का अत्यधिक महत्व है। लोग गंगा, यमुना और अन्य पवित्र नदियों में स्नान करके अपने पापों से मुक्ति प्राप्त करने की कामना करते हैं। इस दिन दान और पुण्य कार्यों से विशेष फल की प्राप्ति होती है। घरों और मंदिरों में दीप जलाने से समृद्धि आती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इस दिन का धार्मिक महत्त्व न केवल आत्मिक शांति के लिए है, बल्कि यह समय विशेष ग्रह संयोगों के कारण राशियों के लिए शुभ संकेत भी दे रहा है। देव दिवाली का पर्व न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि इस दिन के ज्योतिषीय संयोग कुछ राशियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी हो सकते हैं। वृषभ, मिथुन और कुंभ राशियों के जातकों को इस दिन मिले शुभ संयोग से करियर, आर्थिक स्थिति और पारिवारिक जीवन में सफलता के संकेत मिल रहे हैं। इस दिन किए गए पूजा-अर्चना और धार्मिक कार्यों से सभी को मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का लाभ मिलेगा।