कोलकाता: चक्रवाती तूफान ‘दाना’ आज रात या शुक्रवार सुबह ओडिशा के पुरी तट और पश्चिम बंगाल के सागरद्वीप से टकराने की संभावना है। तूफान की रफ्तार 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है, जिसके चलते दोनों राज्यों में व्यापक तैयारियाँ की गई हैं। चक्रवात के प्रभाव से कई क्षेत्रों में पहले से ही बारिश शुरू हो चुकी है और तापमान में गिरावट देखी जा रही है।
ओडिशा सरकार तैयार
ओडिशा सरकार ने चक्रवात के मद्देनजर 10 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। अब तक 3 लाख से अधिक लोगों को निकाला जा चुका है, जिसमें 2,300 गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि उनका उद्देश्य शून्य जनहानि सुनिश्चित करना है। राज्य में 7,000 से अधिक चक्रवात आश्रय स्थल तैयार किए गए हैं, और एनडीआरएफ तथा ओडीआरएएफ की टीमें तैनात की गई हैं।
बंगाल में ममता बनर्जी सतर्क
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी चक्रवात ‘दाना’ की स्थिति पर नबन्ना (सचिवालय) में रातभर रहने का निर्णय लिया है। राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि बंगाल के लोग इस तूफान का सामना आत्मविश्वास और धैर्य के साथ करेंगे।
उड़ानें रद्द
भुवनेश्वर हवाई अड्डा से उड़ानें भी चक्रवात के कारण प्रभावित होंगी। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 24 से 25 अक्टूबर तक लगभग 45 उड़ानें रद्द या विलंबित होंगी।
समुद्र की लहरें तेज
चक्रवात ‘दाना’ के असर से ओडिशा के तट पर समुद्र में ऊंची लहरें देखी जा रही हैं। धामरा क्षेत्र में तेज हवा और बूंदाबांदी हो रही है। अधिकारियों ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य तेजी से जारी रखा है। चक्रवात ‘दाना’ की गंभीरता को देखते हुए सभी नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर जाने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी जा रही है।