सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : कोलकाता एयरपोर्ट पर सोमवार को एक अजीब स्थिति उत्पन्न हुई, जब मलेशिया से ढाका जा रही ‘मलिंडो एयर’ की फ्लाइट को घने कुहासे और कम दृश्यता के कारण ढाका के हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लैंड न कर पाने के बाद कोलकाता में आपात लैंडिंग करनी पड़ी। इस विमान में लगभग 220 बांग्लादेशी नागरिक सवार थे, जो मलेशिया से ढाका लौट रहे थे। इस घटना ने यात्रियों को कई घंटे हवाई अड्डे के ट्रांजिट पॉइंट पर फंसा दिया, जिससे उनके बीच काफी परेशानी पैदा हो गई। विमान का प्रस्थान कुआलालामपुर से 5 जनवरी की रात 10 बजे निर्धारित था, लेकिन यह एक घंटे देर से रवाना हुआ। विमान को सुबह 3 बजे ढाका पहुंचना था, लेकिन भारी कुहासा और खराब दृश्यता के कारण विमान ढाका में लैंड नहीं कर सका। इसके बजाय, पायलट ने विमान को कोलकाता एयरपोर्ट पर आपात लैंडिंग करने का निर्णय लिया। हालांकि, कोलकाता में लैंड करने के बाद यात्रियों को ढाका वापस भेजने के लिए एयरलाइन द्वारा कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई।
यात्रियों ने आरोप लगाया
यात्रियों ने आरोप लगाया कि मौसम में सुधार होने के बावजूद एयरलाइन ने उन्हें वापस ढाका भेजने की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की, और न ही उनकी ठहरने और खाने के लिए उचित प्रबंध किए गए। इस कारण यात्री कई घंटों तक कोलकाता एयरपोर्ट के ट्रांजिट पॉइंट पर फंसे रहे, और किसी तरह के जवाब की उम्मीद में अधिकारियों से संपर्क करते रहे। स्थिति इतनी खराब हो गई कि यात्रियों के पास खाने-पीने की कोई व्यवस्था नहीं थी, और उन्हें असहज स्थिति का सामना करना पड़ा। इस बीच, हवाई अड्डे के अधिकारियों ने कई बार एयरलाइन से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन एयरलाइन की ओर से कोई ठोस जवाब नहीं मिला। अंततः, महिलाओं, बच्चों और बीमार यात्रियों को मानवीय आधार पर हवाई अड्डे के चेकपॉइंट के यात्री प्रतीक्षालय में भेजा गया। इनमें से कुछ बीमार यात्री व्हीलचेयर पर बैठे हुए भी दिखाई दिए, जिनकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। यह स्थिति बहुत ही निंदनीय रही, क्योंकि इन यात्रियों को ऐसे हालातों में घंटों फंसा रहना पड़ा, जबकि एयरलाइन ने इस संकट को सुलझाने के लिए कोई सक्रिय कदम नहीं उठाया।
घर लौटने के लिए बेचैन है यात्री
हवाई अड्डे के अधिकारियों ने सोमवार रात को विमान कंपनी के साथ संपर्क स्थापित किया और उन्हें सूचित किया कि जब कोलकाता का मौसम सामान्य हो जाएगा, तो उन यात्रियों को ढाका वापस भेजने का प्रयास किया जाएगा। मंगलवार की सुबह कोलकाता का मौसम साफ होने के बाद, विमान कंपनी ने अंततः यात्रियों को ढाका लौटाने के लिए व्यवस्था करने की बात कही। लेकिन इस पूरी घटना ने यात्रियों को मानसिक और शारीरिक रूप से थका दिया था, और वे जल्द से जल्द घर लौटने की उम्मीद कर रहे थे। इस घटना ने एयरलाइंस और हवाई अड्डे के अधिकारियों की आपातकालीन स्थिति में यात्रियों के साथ सही तरीके से निपटने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को उजागर किया है।