मस्कट : गत चैंपियन भारत ने पुरुषों के जूनियर एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट में शनिवार को यहां चीनी ताइपे पर 16-0 की शानदार जीत के साथ के सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की। दिलराज सिंह ने चार गोल करके भारतीय आक्रमण का नेतृत्व किया, जबकि रोसन कुजूर और सौरभ आनंद कुशवाहा ने हैट्रिक लगाई। भारतीय खिलाड़ियों के दबदबे का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने चीनी ताइपे को कोई मौका नहीं दिया। कोच पीआर श्रीजेश द्वारा प्रशिक्षित टीम पूल ए में नौ अंकों के साथ जापान (छह) से आगे है और टीम ने पूल चरण में एक मैच शेष रहते अंतिम-चार के लिए क्वालीफाई कर लिया है। भारत अपने अंतिम ग्रुप मैच में एक दिसंबर को कोरिया से भिड़ेगा, जबकि सेमीफाइनल तीन दिसंबर को होगा। भारत ने इस मुकाबले में सावधानी से शुरुआत की। योगंबर रावत ने सातवें मिनट में गोल करके भारत को बढ़त दिलाई। दूसरे क्वार्टर में सौरभ कुशवाह (20वें, 28वें), दिलराज सिंह (17वें) और रोसन कुजूर (23वें) ने मध्यांतर तक भारत को 5-0 से आगे कर दिया।
भारतीय टीम ने तीसरे क्वार्टर में पूरी तरह हावी रही और टीम ने 15 मिनट के अंदर आठ गोल दागे। कुजूर ने 32वें और 42वें मिनट में गोल करके अपनी हैट्रिक पूरी की, जबकि दिलराज ने 40वें और 45वें मिनट में दो और गोल किए। अर्शदीप सिंह (37वें, 44वें), प्रियोबर्ता तालेम (31वें) और शारदा नंद तिवारी (39वें) ने गोल करके भारत को मजबूत बढ़त दिलाई। अरिजीत सिंह हुंदल (54वें) ने आखिरी क्वार्टर गोल करके भारत के दबदबे को जारी रखा जबकि दिलराज ने 57वें मिनट में अपना चौथा गोल दागा। इस मैच में चीनी ताइपे की रक्षा पंक्ति पूरी तरह से चरमरा गई, उनके गोलकीपर टिंन-शोउ ने कुछ शानदार बचाव किये नहीं तो भारत का जीत का अंतर और ज्यादा होता। यह टूर्नामेंट अगले साल होने वाले एफआईएच हॉकी जूनियर विश्व कप के लिए क्वालीफायर के रूप में भी काम करेगा, जिसकी मेजबानी भारत करेगा। इस टूर्नामेंट की शीर्ष छह टीमें क्वालीफाई करेंगी, लेकिन मेजबान के रूप में भारत ने पहले ही अपना स्थान सुरक्षित कर लिया है। ऐसे में सातवें स्थान पर रहने वाली टीम भी एक स्थान अर्जित करेगी। भारत जूनियर एशिया कप के इतिहास में चार खिताब (2004, 2008, 2015, 2023) के साथ सबसे सफल टीम रही है।