शतकवीर कोहली, जडेजा के पांच विकेट ने भारत को दिलाई लगातार आठवीं जीत | Sanmarg

शतकवीर कोहली, जडेजा के पांच विकेट ने भारत को दिलाई लगातार आठवीं जीत

कोलकाता : अपने जन्मदिन पर सचिन तेंदुलकर के 49 वनडे शतकों की बराबरी करने वाले विराट कोहली, पांच विकेट लेने वाले रविंद्र जडेजा और बाकी गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन के दम पर भारत ने ‘फाइनल की ड्रेस रिहर्सल’ माने जा रहे मैच में रविवार को दक्षिण अफ्रीका को 243 रन से हराकर विश्व कप में लगातार आठवीं एकतरफा जीत दर्ज की। शीर्ष दो टीमों के मुकाबले में कोहली (नाबाद 101) और श्रेयस अय्यर (77) के बीच 134 रन की साझेदारी के दम पर भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट पर 326 रन बनाये। श्रीलंका के खिलाफ पिछले मैच में 302 रन से मिली जीत में शतक से 12 रन से चूके कोहली ने आखिरकार यहां अपने 289वें मैच में 277वीं पारी में 49वां शतक जमाया। ईडन गार्डन पर जमा करीब 65000 दर्शकों की अपेक्षाओं पर खरे उतरते हुए कोहली ने यह यादगार पारी खेली। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 27.1 ओवर में 83 रन पर आउट हो गई। इस जीत के बाद भारत आठ मैचों में 16 अंक लेकर शीर्ष पर है और उसे आखिरी लीग मैच बेंगलुरू में 12 नवंबर को नीदरलैंड से खेलना है।
स्कूली टीम की तरह उन्नीस साबित कर दिया
दक्षिण अफ्रीका इतने ही मैचों में 12 अंक के साथ दूसरे स्थान पर है और दोनों टीमों के विश्व कप फाइनल में भिड़ने की संभावना जताई जा रही है। पूरे टूर्नामेंट में जबर्दस्त फॉर्म में चल रहे भारतीय गेंदबाजों ने एक बार फिर उसी प्रदर्शन को दोहराते हुए दिग्गज बल्लेबाजों से भरी दक्षिण अफ्रीकी टीम को एक स्कूली टीम की तरह उन्नीस साबित कर दिया। टूर्नामेंट में अभी तक सर्वाधिक (इस मैच से पहले 545) रन बना चुके क्विंटोन डिकॉक (पांच) दूसरे ही ओवर में मोहम्मद सिराज की गेंद पर बोल्ड हो गए और इस झटके से दक्षिण अफ्रीकी टीम उबर ही नहीं सकी। उसके लिये सर्वाधिक 14 रन सातवें नंबर पर उतरे मार्को जेनसन ने बनाये।
बुमराह का सामना नहीं कर सका
टूर्नामेंट में अब तक रन उगल रहा उसका शीर्ष क्रम मोहम्मद सिराज, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह का सामना नहीं कर सका। रविंद्र जडेजा ने विकेट से मिल रही टर्न का फायदा उठाकर मध्यक्रम की नींव हिला दी। जडेजा ने नौ ओवर में 33 रन देकर पांच विकेट लिये। भारतीय पारी का आकर्षण 35वां जन्मदिन मना रहे विराट का शतक रहा। तेंदुलकर ने 463 वनडे की 452 पारियों में 49 शतक और 96 अर्धशतक बनाये थे हालांकि उस समय खेल के नियम अलग थे। सचिन के नाम सौ अंतरराष्ट्रीय शतक हैं जबकि कोहली का यह 79वां अंतरराष्ट्रीय शतक है जिन्होंने टेस्ट में 29 और टी20 में भी एक शतक बनाया है। कोहली ने श्रेयस अय्यर (77 रन) के साथ तीसरे विकेट की साझेदारी में 134 रन बनाकर भारत के बड़े स्कोर की नींव रखी। शीर्ष दो टीमों के इस मुकाबले में केशव महाराज को छोड़कर दक्षिण अफ्रीका का कोई गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों खासकर कोहली पर अंकुश नहीं लगा सका।
हेलमेट उतारक अभिवादन स्वीकार किया
कोहली ने पारी के 49वें ओवर में कैगिसो रबाडा की गेंद पर एक रन लेकर तिहरा अंक छुआ तो पूरा ईडन गार्डन उनके नाम से गूंज उठा। उन्होंने हेलमेट उतारकर दर्शकों और ड्रेसिंग रूम का अभिवादन स्वीकार किया और आसमान की ओर देखा। भारत की शुरूआत काफी आक्रामक रही और इसी मैदान पर नवंबर 2014 में श्रीलंका के खिलाफ वनडे क्रिकेट का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाले कप्तान रोहित शर्मा ने कुछ दर्शनीय शॉट लगाये। उन्होंने पहले ही ओवर में लुंगी एंगिडि को चौका लगाया और गेंदबाज के अगले ओवर में उन्होंने दो तथा शुभमन गिल ने एक चौका जड़कर रनगति को बढ़ाया।
दो छक्कों की मदद से 40 रन बनाये
रोहित ने चौथे ओवर में मार्को जेनसन को दो चौके लगाये। एंगिडि को एक बार फिर नसीहत देते हुए उसके अगले ओवर में मिडविकेट पर चौका और फिर स्क्वेयर लेग पर दो छक्के समेत 18 रन निकाले। नयी गेंद के अपने दोनों गेंदबाजों को कामयाबी नहीं मिलती देख दक्षिण अफ्रीका के कप्तान तेम्बा बावुमा ने छठे ओवर में कैगिसो रबाडा को गेंद सौंपी जिन्होंने अपने कप्तान के भरोसे को सही साबित करके खतरनाक होते दिख रहे रोहित को पवेलियन भेजा। रोहित ने मिडऑफ पर काफी तेज शॉट खेला लेकिन बावुमा ने अपने पीछे की ओर झुकते हुए अपने सीने पर शानदार कैच लपका। रोहित ने 24 गेंद में छह चौकों और दो छक्कों की मदद से 40 रन बनाये।
कोहली का दर्शकों ने तेज शोर के साथ स्वागत किया
रोहित के जाने के बाद मैदान पर उतरे कोहली का दर्शकों ने तेज शोर के साथ स्वागत किया। कोहली ने रबाडा को चौका लगाकर खाता खोला। दूसरे छोर पर गिल ने जेनसन को मिड आन के ऊपर से छक्का लगाया। रबाडा के डाले दसवें ओवर में कोहली ने मिड आफ और एक्स्ट्रा कवर के बीच से चौका निकाला। इसके बाद स्ट्रेट में चौका जड़ा। इस टूर्नामेंट में दक्षिण अफ्रीका के सबसे कामयाब स्पिनर केशव महाराज 11वें ओवर में गेंदबाजी के लिये आये और गिल को बोल्ड कर दिया। गिल इतने हैरान थे कि डीआरएस ले डाला लेकिन फैसला गेंदबाज के पक्ष में रहा। भारत का दूसरा विकेट 93 के स्कोर पर गिरा। भारत के 100 रन 13-1 ओवर में बने। इस बीच महाराज का साथ देने दूसरे छोर से भी स्पिनर तबरेज शम्सी उतरे और दोनों ने भारतीय बल्लेबाजों को बांधने की कोशिश की। इस बीच कोहली जब 37 रन पर थे तब महाराज ने विकेट के पीछे लपके जाने की अपील की जिसे मैदानी अंपायर ने खारिज कर दिया। बावुमा से बात करने के बाद डीआरएस लिया गया लेकिन रिप्ले से साफ था कि गेंद कोहली के बल्ले को छूकर नहीं गई थी और टीवी अंपायर ने कोहली को नॉट आउट करार दिया।
जडेजा 15 गेंद में 29 रन बनाकर नाबाद रहे
कोहली और श्रेयस ने ढीली गेंदों को नसीहत देते हुए रन बनाने का सिलसिला जारी रखा। इस बीच महाराज के दस ओवर का कोटा पूरा हो गया जिन्होंने सिर्फ 30 रन देकर एक विकेट लिया। श्रेयस ने 30वें ओवर में शम्सी को दो चौके जड़े और एडेन मार्कराम को 34वें ओवर में छक्का लगाया। शतक की ओर बढते दिख रहे श्रेयस हालांकि एंगिडि की गेंद पर हवाई शॉट खेलकर गलती कर गए और मार्कराम ने उनका कैच लपककर 134 रन की इस साझेदारी का अंत कर दिया। श्रेयस ने अपनी पारी में 87 गेंद खेलकर सात चौके और दो छक्के लगाये। भारत का तीसरा विकेट 227 के स्कोर पर गिरा। केएल राहुल ज्यादा देर टिक नहीं सके और आठ रन बनाकर जेनसन की गेंद पर रासी वान डेर डुसेन को कैच देकर लौटे। इसके बाद कोहली और सूर्यकुमार यादव (19 गेंद में 22 रन) ने तेजी से रन बंटोरे। यादव को 46वें ओवर में शम्सी ने विकेट के पीछे क्विंटोन डिकॉक के हाथों लपकवाया। रविंद्र जडेजा 15 गेंद में 29 रन बनाकर नाबाद रहे।

 

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