कोलकाता : शक्ति उपासना का महापर्व नवरात्रि शुरू होने वाला है। नवरात्रि हिंदुओ के प्रमुख त्योहारों में से एक है। पंचाग के अनुसार, इस बार शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर 2023 से हो रही है, जो 23 अक्टूबर तक चलेगी। नवरात्रि के 9 दिन देवी के 9 स्वरूपों को समर्पित होता है। शारदीय नवरात्रि के नवमी तिथि के बाद दशहरा का पर्व मनाया जाता है। शारदीय नवरात्रि में कई भक्त नौ दिनों का उपवास भी रखते हैं। इन नौ दिनों में देवी की कृपा पाने के लिए अलग-अलग रंगों के वस्त्रों का उपयोग करके देवी की कृपा प्राप्त कर सकतें हैं। आइए जानते है कि कौन से दिन किस देवी की पूजा किस रंग के वस्त्र पहनकर करना चाहिए।
15 अक्टूबर- प्रतिपदा- माता शैलपुत्री देवी- ग्रे या भूरा रंग
16 अक्टूबर- द्वितीया- ब्रह्मचारिणी देवी -नारंगी रंग
17 अक्टूबर- तृतीया- चंद्रघंटा देवी – सफेद रंग
18 अक्टूबर-चतुर्थी- कुष्मांडा देवी- लाल रंग
19 अक्टूबर- पंचमी- स्कंदमाता देवी- पीला रंग
20 अक्टूबर- षष्ठी- कात्यायनी देवी- नीला रंग
21 अक्टूबर- सप्तमी-कालरात्रि देवी-बैगनी रंग
22 अक्टूबर- अष्टमी- महागौरी देवी-लाल या सफेद रंग
23 अक्टूबर- नवमी – सिद्धिदात्री देवी- हरा रंग
लहसून-प्याज का न करें सेवन
शारदीय नवरात्रि के 9 दिनों में देवी उपासना की जाती है। प्रतिपदा तिथि को कुछ घरों में कलश स्थापना भी किया जाता है। ऐसे में जिन घरों में कलश स्थापना होती है। उन घरों इन 9 दिनों में लहसून व प्याज का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा अन्य लोग भी यही इसका त्याग करते है तो उन्हें उपवास के बराबर ही फल मिलता है क्योंकि नवरात्रि पवित्रता का पर्व हैं।