तिरुपति मंदिर प्रसाद विवाद पर बोले पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद | Sanmarg

तिरुपति मंदिर प्रसाद विवाद पर बोले पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद

नई दिल्ली : तिरुपति मंदिर के प्रसाद को लेकर हाल ही में उठे विवाद ने व्यापक ध्यान आकर्षित किया है। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने पुष्टि की है कि प्रसाद में इस्तेमाल किए जाने वाले घी में जानवरों की चर्बी पाई गई है। इसके बाद, मंदिर प्रबंधन ने आश्वासन दिया है कि प्रसाद अब पूरी तरह से शुद्ध और पवित्र है।

मुख्य बिंदु:

लड्डू और घी की गुणवत्ता: TTD के कार्यकारी अधिकारी जे श्यामला राव ने बताया कि घी के नमूनों की चार लैब रिपोर्ट्स में जानवरों की चर्बी की पुष्टि हुई है। इस स्थिति का लाभ उठाने के लिए घी सप्लायर एआर डेयरी फूड्स को जिम्मेदार ठहराया गया है।

जांच के आदेश: केंद्र और राज्य सरकार के फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने एआर डेयरी की फैक्ट्री में जांच शुरू की है।

पूर्व राष्ट्रपति का बयान: रामनाथ कोविंद ने इस मामले पर चिंता जताते हुए कहा कि हर तीर्थ स्थल पर ऐसी घटिया मिलावट हो सकती है, और इसकी जांच होनी चाहिए।

विधिक कदम: सुप्रीम कोर्ट में इस विषय पर याचिका दायर की गई है, जिसमें कहा गया है कि यह हिंदू धार्मिक रीति-रिवाजों का उल्लंघन है। यSR कांग्रेस पार्टी ने भी हाईकोर्ट में मामले की जांच के लिए याचिका लगाई है।

सीबीआई जांच की मांग: विभिन्न राजनीतिक दलों, जैसे TDP, कांग्रेस, और भाजपा ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है, लेकिन केंद्र सरकार ने अभी इस पर कोई फैसला नहीं लिया है।

घी की सप्लाई में बदलाव: पहले कर्नाटक कोऑपरेटिव मिल्क फेडरेशन (KMF) से रियायती दर पर घी मिलता था, लेकिन जुलाई 2023 से ठेका बदलने के बाद एआर डेयरी ने घटिया सामग्री की आपूर्ति की। अब TTD ने KMF से उच्च कीमत पर घी खरीदना शुरू कर दिया है।

अमूल का स्पष्टीकरण: डेयरी कंपनी अमूल ने साफ किया है कि उसने तिरुपति मंदिर को कभी घी की सप्लाई नहीं की है।ऋ

 

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