महू (मप्र) : रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सैन्यकर्मियों से आंतरिक और बाहरी दुश्मनों पर पैनी नजर रखने का आग्रह करते हुए रविवार को कहा कि भारत सुरक्षा के मोर्चे पर ‘बहुत भाग्यशाली नहीं’ है क्योंकि हमारी उत्तरी सीमा और पश्चिमी सीमा लगातार चुनौतियों का सामना कर रही है।
रक्षामंत्री मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में दो सदी से अधिक पुरानी महू छावनी में सैन्य कर्मियों को संबोधित कर रहे थे। राज्य के दो दिवसीय दौरे पर आये सिंह ने सैन्यकर्मियों से कहा कि हमें आंतरिक मोर्चे पर भी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इस पृष्ठभूमि में हम बेफिक्र नहीं हो सकते। हमारे दुश्मन, चाहे आंतरिक हों या बाहरी, हमेशा सक्रिय रहते हैं। इन परिस्थितियों में हमें उनकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए और उनके खिलाफ़ उचित और समय पर प्रभावी कदम उठाने चाहिए। इंदौर से 25 किलोमीटर दूर महू छावनी में तीन प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान ‘आर्मी वॉर कॉलेज’, ‘मिलिट्री कॉलेज ऑफ टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग’ और ‘इन्फैंट्री स्कूल’ हैं। इसके अलावा ‘इन्फैंट्री म्यूजियम’ और ‘आर्मी मार्कस्मैनशिप यूनिट’ भी है। रक्षामंत्री ने कहा कि भारत को 2047 तक एक विकसित और आत्मनिर्भर देश बनाने के लिए सेना की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि अनुशासन के इस स्तर को बनाए रखने के लिए समर्पण और दृढ़ विश्वास की आवश्यकता होती है। सिंह ने कहा कि वह देश भर में सैन्य प्रतिष्ठानों और छावनियों में साफ-सफाई से प्रभावित हैं। इससे पहले सिंह ने सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी के साथ महू में डॉ. बी आर अंबेडकर के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। अंबेडकर का स्मारक महू छावनी के काली पलटन क्षेत्र में उनके जन्मस्थान पर बनाया गया है। एजेंसियां
सुरक्षा के मोर्चे पर भारत ‘भाग्यशाली’ नहीं : राजनाथ
Visited 16 times, 1 visit(s) today