नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) की नेता आतिशी ने दिल्ली की आठवीं मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने कहा कि वह उसी तरह कार्य करेंगी, जैसे भरत ने भगवान राम की खड़ाऊं को सिंहासन पर रखकर काम किया था। दिल्ली सचिवालय में उन्होंने केजरीवाल की कुर्सी पर बैठने के बजाय, बगल में रखी एक सफेद कुर्सी पर बैठना चुना, ताकि केजरीवाल की कुर्सी खाली रहे। भाजपा नेता वीरेंद्र सचदेवा ने आतिशी की आलोचना करते हुए इसे मुख्यमंत्री पद का “अपमान” बताया। आतिशी ने केजरीवाल सरकार में 13 विभागों का प्रभार लिया है, जिसमें शिक्षा, वित्त, बिजली और पीडब्ल्यूडी शामिल हैं। आतिशी ने कहा, “अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा देकर राजनीति में गरिमा की मिसाल कायम की है।” पर्यावरण मंत्री गोपाल राय और नए मंत्री मुकेश अहलावत ने भी अपने-अपने विभागों का प्रभार संभाला। भाजपा ने आतिशी के आचरण को संवैधानिक नियमों का उल्लंघन बताया और केजरीवाल से सवाल किया कि क्या वे रिमोट कंट्रोल से सरकार चलाएंगे। आतिशी के नेतृत्व में मंत्रिमंडल के सामने कई नई परियोजनाओं और योजनाओं की लंबी सूची है, जिन्हें अगले कुछ महीनों में लागू किया जाएगा।
केजरीवाल की कुर्सी पर नहीं बैठी आतिशी…आखिर क्या है मामला…??
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