नई दिल्ली : अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय जल, थल, नभ पर कहर बनकर टूटने वाला है। चक्रवाती तूफान को देखते हुए देश के कई राज्यों में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। केंद्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने राज्यों के मौसम केंद्रों को अलर्ट मोड पर रहने के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं। इसी के साथ ही समुद्र तट वाले जिलों में भी हाई अलर्ट घोषित किया गया है। यहां पर एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेना ने अपना मोर्चा संभाल लिया है। मछुआरों को समुद्र में जाने के लिए साफ तौर पर मना कर दिया गया है और सख्ती बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
बिपरजॉय का असर देश के कई राज्यों में देखने को मिल रहा है। गुजरात में मौसम पूरी तरीके से बदल चुका है। सौराष्ट्र और कच्छ के इलाकों में तेज हवाओं के साथ बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। प्रदेश में फिलहाल अधिकतम तापमान 43 डिग्री से अधिक बना हुआ है। चक्रवाती तूफान के कारण आने वाले दिनों में राहत के आसार बनते नजर आ रहे हैं।
सीवियर साइक्लोनिक स्टॉर्म
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर राजस्थान में भी देखने को मिलेगा. राज्य के उदयपुर और जोधपुर, बीकानेर संभाग में इसका बड़ा असर होगा। अभी ईस्ट सेंट्रल अरब सागर की खाड़ी में तूफान बना हुआ है और धीरे-धीरे उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है। 15 जून को गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ से तूफान टकराएगा। मौसम विभाग द्वारा इसके सीवियर साइक्लोनिक स्टॉर्म के रूप में पहुंचने की संभावना व्यक्त की गई है। इसके असर से 15 और 16 जून को जोधपुर, उदयपुर संभाग में तेज आंधी और बारिश का एक सिस्टम बनेगा। 17 जून को भी तूफान का असर प्रदेश में रहेगा। जोधपुर, उदयपुर, अजमेर संभाग में भारी बारिश की संभावना मौसम विभाग द्वारा जारी की गई है।
150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक हवाएं चलने के आसार
आईएमडी के अनुसार, चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के एक ‘‘बेहद गंभीर चक्रवात’’ के रूप में 15 जून की शाम को जखाऊ बंदरगाह के पास सौराष्ट्र तथा कच्छ के तटों को पार करने की संभावना है। इस दौरान 125-135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर अधिकतम 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक हवाएं चलने के आसार हैं।
जानकारी के मुताबिक…
– चक्रवाती तूफान Biporjoy के चलते अब तक कई लोगों को स्थानांतरित किया गया जा चुका है।
– जूनागढ़, कच्छ , जामनगर, पोरबंदर , द्वारका, सोमनाथ, मोरबी और राजकोट में लोगों को स्थानांतरित किया गया है।
– चक्रवर्ती तूफान प्रभावित 8 जिलों में NDRF की 17 और SDRF की 12 टीमें तैनात की गई हैं।
– NDRF की कच्छ में चार, देवभूमि द्वारका में तीन, राजकोट में तीन , जामनगर में दो,जूनागढ़ पोरबंदर, गिरसोमनाथ, मोरबी और वलसाड में 1-1 टीम तैनात है।
– बड़ौदा में तीन और गांधीनगर में एक टीम को स्टैंडबाई रखा गया है।
– SDRF की कच्छ, जामनगर और द्वारका में दो-दो टीम, जूनागढ़, पोरबंदर, गिर सोमनाथ, मोरबी, पाटन और बनासकांठा में 1-1 टीम तैनात की गई है।
– सूरत में एक टीम को रिजर्व रखा गया है।
3 बड़ी स्कीमों की घोषणा की
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक की। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई इस बैठक में गुजरात के मुख्यमंत्री, गृह राज्य मंत्री और 8 जिलों के प्रशासनिक अधिकारी ऑनलाइन बैठक में जुड़े। गृह मंत्री ने इस बैठक के जरिये साइक्लोन की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने बिपरजॉय तूफान से निपटने को आपदा प्रबंधन के लिए 8000 करोड़ रुपए की 3 बड़ी स्कीमों की घोषणा की।
ट्रेनों को किया गया रद्द
बिपरजॉय के कारण पश्चिम रेलवे की 67 ट्रेनों को पूरी तरह से रद्द कर दिया गया है। साथ ही सौराष्ट्र के ओखा, पोरबंदर और जामनगर से चलने वाली 25 ट्रेन अब राजकोट, सुरेंद्रनगर और अहमदाबाद से चलेंगीं। कच्छ में धारा 144 लगा दी गई है। यही नहीं, तीन दिनों के लिए सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद करने करने का फैसला किया गया है।