कोलकाता: ईरान के कब्जे में भारतीय क्रू मेंबर्स को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है। दरअसल, ईरान द्वारा कब्जा किए गए कंटेनर शिप पर सवार भारतीय क्रू मेंबर्स में एक भारत लौट आई हैं। केरल के त्रिशूर जिले की रहने वाली एन टेसा जोसेफ को भारत सुरक्षित लाया गया है। जोसेफ कंटेनर शिप पर सवार उन भारतीय क्रू मेंबर्स का हिस्सा थीं, जिन्हें ईरानी कमांडो ने जब्त कर लिया था। इस मामले में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक एक्स पोस्ट में कहा, “मोदी की गारंटी हमेशा देश या विदेश में डिलीवर करती है।” केंद्र सरकार की तरफ से कहा गया है कि तेहरान में भारतीय मिशन कंटेनर जहाज के बाकी 16 भारतीय क्रू सदस्यों के साथ संपर्क में है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत लौटी क्रू सदस्य स्वस्थ्य और भारत में अपने परिवार के सदस्यों के संपर्क में हैं।
अन्य क्रू सदस्यों से संपर्क में भारतीय एंबेसी
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा, “केरल के त्रिशूर से भारतीय डेक कैडेट एन टेसा जोसेफ, जहाज एमएससी एरीज पर चालक दल की सदस्य थी जो आज घर लौट आईं।” उन्होंने बताया कि ईरान में भारतीय एंबेसी ने ईरानी अधिकारियों के सहयोग से उसकी वापसी की सुविधा मुहैया कराई। बाकी 16 क्रू सदस्यों की वापसी सुनिश्चित करने के लिए मिशन ईरानी पक्ष के संपर्क में है।
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13 अप्रैल को ईरान ने किया था शिप पर कब्जा
ईरान ने 13 अप्रैल को इजरायल से जुड़े शिप पर कब्जा कर लिया था। इस शिप पर ईरान रिवॉल्यूशनरी गार्ड के कमांडो ने हेलिकॉप्टर से रेड की थी और शिप को ईरान ले गए थे। इस शिप का संचालन किसी इजरायली बिजनेसमैन के हाथों है। ईरान को संदेह था कि शिप पर लोड कंटेनर में इजरायल को विदेशी मदद भेजी जा सकती है। यही वजह है कि उन्होंने शिप को कब्जे में लिया था।
ईरानी मंत्री से जयशंकर ने की थी बात
बता दें कि ईरान ने जिस शिप पर कब्जा किया था, उसपर कुल 25 क्रू मेंबर सवार थे, जिसमें भारतीय समेत कुछ अन्य देशों के क्रू सदस्य शामिल थे। ईरान ने शिप को होर्मुज स्ट्रेट से गुजरने के दौरान कब्जा लिया था, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चार दिन पहले इस मामले पर ईरान के विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियन से बात की थी।
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