कांग्रेस की राजधानी में संविधान को लेकर महारैली
नयी दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने महाराष्ट्र चुनाव में पार्टी की बड़ी हार के बाद से ही संविधान और इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को लेकर सरकार पर हमला जारी रखते हुए रविवार को कहा कि पिछले 11 वर्षों में भाजपा ने लगातार संविधान, सांविधानिक संस्थाओं और लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश की है। हम किसी भी राजनीतिक या आर्थिक शक्ति को लोकतंत्र को तबाह करने की इजाजत नहीं दे सकते।
‘विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश; खरगे ने यहां दिल्ली में रामलीला मैदान में संविधान को लेकर महारैली की शुरुआत करते हुए कहा कि भाजपा के 11 साल के शासन में लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिशें की गयीं। विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश हुई, मीडिया पर पाबंदियां लगायी गयीं, पत्रकारों को जेल में डाला गया। यहां तक कि भाजपा के नेता सरेआम संविधान को बदलने के लिए 400 सीटें मांग करने लगे। उन्होंने कहा कि देश में नौजवानों, मजदूर, कमजोर तबकों, माइनॉरिटीज और किसानों की समस्याएं हैं। चाहे वक्फ बोर्ड में हस्तक्षेप की बात हो, निजीकरण पर रोक और ठेकेदारी प्रथा की समाप्ति हो, खाली पदों को भरा जाना, सरकारी धन से चल रही परियोजनाओं में आरक्षण, किसानों की एमएसपी गारंटी, आदिवासियों की जल जंगल और जमीन बचाने का मसला हो या चुनाव साफ सुथरे तरीके से हो, ये सब हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी के विषय हैं।
‘तो क्या ताजमहल को भी तोड़ोगे’: उन्होंने उन्होंने धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों को लेकर हाल में बढ़े विवादों की ओर इशारा करते हुए तुर्श लहजे में कहा कि देश में ताजमहल से लेकर लाल किला सभी तो मुसलमानों ने बनाया क्या उसे भी तोड़ देंगे। संभल मामले पर खरगे ने कहा कि भाजपा का कहना है कि वहां पहले मंदिर था अब मस्जिद है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने 2022 में कहा था कि हर मस्जिद में शिवालय ढूंढने का काम न करें फिर भी भाजपा लोग यह करते हैं। वर्ष 1947 से पहले धार्मिक स्थलों की यथास्थिति रखने के लिए 1991 में कानून बनाया गया लेकिन उसको भी नहीं माना गया। कानून भी आप बनाते हो तोड़ते भी आप हो। ये लोग ऐसे ही करते रहेंगे तो फिर एक बार देश गुलामी में चला जायेगा। एजेंसियां