चाचा की मौत के बाद बेटा बनकर ले ली सरकारी नौकरी, 30 साल बाद हुआ खुलासा | Sanmarg

चाचा की मौत के बाद बेटा बनकर ले ली सरकारी नौकरी, 30 साल बाद हुआ खुलासा

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सीटीसी में ट्राम ड्राइवर की नौकरी कर रहा था अभियुक्त, हुआ गिरफ्तार

हेयर स्ट्रीट थाना इलाके की घटना

बिहार में चाचा की जमीन बेची तो फर्जीवाड़ा आया सामने

सन्मार्ग संवाददाता

कोलकाता : चाचा की मौत के बाद फर्जी दस्तावेज के आधार पर उनका बेटा बनकर अनुकंपा पर उसने परिवहन विभाग के सीटीसी में नौकरी पा ली। नौकरी मिलने के बाद करीब 30 साल तक वह मजे में काम करता रहा। हालांकि चाचा के बच्चों का हक मारने के बाद भी उसका मन नहीं भरा तो वह उक्त फर्जी दस्तावेज के आधार पर उनकी जमीन भी बेचने लगा। कुछ साल पहले जब मृतक की बेटी को फर्जीवाड़े का पता चला तो उसने हेयर स्ट्रीट थाने में शिकायत दर्ज करा दी। मामले की जांच करते हुए पुलिस ने अभियुक्त को फर्जीवाड़े के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्त का नाम बृजमोहन सिंह (57) है। शुक्रवार को अभियुक्त को अदालत में पेश करने पर उसे 10 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।

क्या है पूरा मामला

पीड़ित के वकील मो.सोहेल ने बताया कि कलकत्ता ट्राम कंपनी में शिव पूजन सिंह नामक एक व्यक्ति नौकरी करते थे। शिव पूजन की नौकरी के दौरान मौत हो गयी। ऐसे में अभियुक्त ब्रिज मोहन सिंह ने खुद को शिवपूजन का बेटा बताकर उनकी जगह पर अनुकंपा नियुक्त‌ि प्राप्त कर ली। आरोप है कि असल में मृत शिवपूजन सिंह का कोई बेटा नहीं है। उनकी एक बेटी है। वहीं अभियुक्त बृहमोहन सिंह उनके छोटे बाई का बेटा है। आरोप है कि नौकरी लेने के साथ ही अभियुक्त ने शिवपूजन का बेटा बनकर बिहार के सिवान जिले में मौजूद शिव पूजन के नाम पर मौजूद जमीन भी बेच डाली। वर्ष 2022 में शिवपूजन की बेटी को जब अभियुक्त के कारनामे का पता चला तो उन्होंने हेयर स्ट्रीट थाने में शिकायत दर्ज करायी। नौकरी मिलने से लेकर फर्जीवाड़े का खुलासा होने तक करीब 30 साल तक का समय बीत गया। इस बीच जांच के दौरान पता चला कि अभियुक्त ने बिहार से फर्जी दस्तावेज बनाये थे और उन्हें जमाकर नौकरी प्राप्त कर ली थी। उन्हीं दस्तावेज के आधार पर अभियुक्त ने बिहार की सारी जमीन भी बेच डाली थी। फिलहाल पुलिस अभियुक्त से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।

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