कोलकाता : अन्य शहरों में हुए कोहरे का असर कोलकाता की उड़ानों पर पड़ा है। इस कारण गुरुवार को यहां से जाने व यहां आने वाली कई उड़ानें प्रभावित हुई हैं। उड़ानों के आगमन और प्रस्थान में देरी के साथ ही साथ तीन उड़ानों को रद्द किया गया। उन स्थानों पर कोहरे के कारण उड़ानों का संचालन कर पाना संभव नहीं था। बुधवार को भी, विमानों के देर से आगमन के कारण कोलकाता हवाई अड्डे से सात उड़ानें देरी से गयीं और 17 उड़ानें देर से पहुंचीं, क्योंकि कम दृश्यता के कारण विमानों को मूल हवाई अड्डों पर रोक दिया गया था। गुरुवार को, आसमान में बादल छाए रहने और शहर में बारिश के बावजूद कोलकाता हवाई अड्डे पर किसी भी समय दृश्यता 800 मीटर से नीचे नहीं गिरी। वहीं गुवाहाटी से कुछ उड़ानों को कोलकाता डायवर्ट किया गया। इसके अलावा ढाका से भी उड़ानों को कोलकाता डायवर्ट किया गया था। गुरुवार शाम 5 बजे तक कोलकाता पहुंचने वाली दो उड़ानें रद्द कर दी गईं और 20 उड़ानों में देरी हुई।
इन स्थानों पर देर से उड़ानें संचालित की गयीं
इसके कारण एक डिपार्चर उड़ान को रद्द करना पड़ा और 26 अन्य उड़ानों के उड़ान भरने में देरी हुई। जिन सेक्टरों से उड़ानों में देरी हुई उनमें मुंबई, भुवनेश्वर, सिल्चर, गुवाहाटी, बागडोगरा और गया शामिल हैं। एकमात्र डिपार्चर जो रद्द किया गया वह कोलकाता से डिब्रूगढ़ के लिए था। एक यात्री के मुताबिक गुरुवार दोपहर को कोलकाता हवाई अड्डे पर मौसम साफ था और गोवा के लिए हमारी उड़ान भी समय पर थी लेकिन हमें बताया गया कि गुवाहाटी से आने वाले 20 यात्रियों ने हमारी उड़ान में आगे की यात्रा के लिए बुकिंग कराई थी, जिनकी उड़ान में देरी हुई थी। इसलिए हमारी उड़ान रोक दी गई और हमने तय समय से करीब एक घंटे देरी से दोपहर 1 बजे उड़ान भरी। जादवपुर निवासी सुभाश्री बसु ने कहा कि वह चार दोस्तों के साथ छुट्टी पर गोवा जा रही थीं। हवाईअड्डे पर फंसे यात्रियों ने भी सोशल मीडिया पर अपनी निराशा व्यक्त की। पिछले कुछ दिनों से विमानन उद्योग में कोहरे से संबंधित व्यवधानों को ध्यान में रखते हुए एयरलाइंस ने भी अपनी ओर से अलर्ट रहना शुरू कर दिया है और यात्रियों को संभावित देरी के बारे में पहले से चेतावनी देना शुरू कर दिया है।