नई दिल्ली : मेट गाला एक चैरिटी कार्यक्रम है जिसका लक्ष्य ‘द मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट के कॉस्ट्यूम इंस्टीट्यूट’ के लिए फंड जमा करना है। इसे पारंपरिक रूप से इसकी वार्षिक फैशन प्रदर्शनी के उद्घाटन के रूप में मनाया जाता है। ध्यान देने वाली बात ये है कि मेट गाला में क्या होता है, लगभग एक रहस्य जैसा है। क्योंकि यहां मेहमानों को नो-फोन नीति का पालन करना होता है। हालांकि, आप कुछ खास तस्वीरों को देख सकते हैं जो कि मेला गाला इवेंट की फोटो गैलरी और रेड कार्पेट से ली जाती हैं।
कौन तय करता है मेट गाला की थीम?
मेट गाला की हर साल की थीम कॉस्ट्यूम इंस्टीट्यूट से जुड़े लोग तय करते हैं। हर साल इसकी एक पैनल मीटिंग होती है जिसमें इस बात पर फैसला होता है कि थीम क्या रखा जाए। जैसे इस साल का थीम है स्लीपिंग ब्यूटीज : रीवाकिंग फैशन।
2024 का ड्रेस कोड है ‘द गार्डन ऑफ टाइम’
मेट गाला 2024 का आधिकारिक ड्रेस कोड है “द गार्डन ऑफ टाइम” है। प्रदर्शनी में कॉस्ट्यूम इंस्टीट्यूट के स्थायी संग्रह से ली गई लगभग 250 दुर्लभ वस्तुएं शामिल होंगी। कॉस्ट्यूम इंस्टीट्यूट के प्रभारी वेंडी यू क्यूरेटर एंड्रयू बोल्टन ने कहा कि इस बार का मेट गाला प्राकृति को श्रद्धांजलि है। इसलिए इसमें लोग धरती, आसमान और जीव जंतुओं से जुड़े थीम वाले ड्रेस को पहनकर आए हैं।
कौन कर रहा मेजबानी
2024 मेट गाला के मेजबान जेंडया, जेनिफर लोपेज, बैड बनी और क्रिस हेम्सवर्थ हैं। इसके अलावा दुनियाभर से आए कई कलाकर यहां अपने-अपने आर्ट फ्रॉम को रिप्रजेंट करने आए हैं। इसी कड़ी में भारत से भी कई दिग्गज कलाकार आते हैं यहां। उन्हें इसके लिए आमंत्रित किया जाता है। जैसे इस बार पहली बार फैशन डिजाइनर सब्यसाची मुखर्जी मेट गाला में आए हैं।