कोलकाता : कोलकाता एयरपोर्ट पर सीजन के पहले कोहरे ने रविवार को उड़ानों को प्रभावित किया। इससे एयरलाइंस कर्मियों व यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। उड़ानों के शेड्यूल में बदलाव करना पड़ा जिससे एयरपोर्ट पर काफी भीड़ हो गयी। वहीं कम दृश्यता के कारण बड़े पैमाने पर उड़ानों के मार्ग में परिवर्तन किया गया। इससे काफी देरी हुई। इससे यात्रियों को भारी परेशानी हुई और एयरलाइंस के कर्मचारी के भी पसीने छूट गए।
2 घंटे तक उड़ानें प्रभावित
सूत्रों के अनुसार दो घंटों के दौरान उड़ानों के संचालन में देर हुई। इसमें 45 उड़ानें 2 घंटे की देर से छूटी। वहीं दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों सहित 6 को डायवर्ट करना पड़ा।परिणामस्वरूप देरी से दोपहर तक एयरलाइन परिचालन प्रभावित होता रहा। यह व्यवधान सुबह की व्यस्तता के दौरान हुआ क्योंकि दृश्यता श्रेणी 3 (कैट -3 बी) उपकरण लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) के उपयोग के लिए आवश्यक न्यूनतम से कम हो गई थी। हवाईअड्डे के अधिकारियों ने कहा कि रविवार की सुबह लगभग 5 बजे दृश्यता कम होनी शुरू हुई और जब एटीसी द्वारा सुरक्षा प्रक्रिया शुरू की गई तो लगभग सुबह के 5.20 बजे दृश्यता तेजी से गिरकर 300 मीटर हो गई। लगभग 45 मिनट बाद यानी सुबह 6.04 बजे, जब न्यूनतम दृश्यता 50 मीटर से कम हो गई, तो सभी परिचालन निलंबित कर दिए गए। आने वाली सभी उड़ानों को दृश्यता में सुधार होने तक उड़ानों को गो अराउंड के लिए कहा गया, जबकि प्रस्थान करने वाली उड़ानों को रोक दिया गया।
6 उड़ानें डायवर्ट
हवाईअड्डे पर घना कोहरा छाए रहने के कारण, ईंधन कम होने के खतरे को भापते हुए 6 उड़ानों को अन्य हवाई अड्डों की ओर मोड़ना शुरू कर दिया गया। चार घरेलू उड़ानें, दो बेंगलुरु से और एक-एक मुंबई से आ रही थीं, उन सबको भुवनेश्वर मोड़ दिया गया। दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानें, एक सिंगापुर से और दूसरी बैंकॉक से, क्रमशः नागपुर और गुवाहाटी की ओर मोड़ दी गईं। दृश्यता में सुधार होने पर परिचालन सुबह 8.16 बजे फिर से शुरू हुआ। इसके बाद, हवाईअड्डा धीरे-धीरे सामान्य हो गया। वहीं उड़ान भरने के लिए जमीन पर कतार में इंतजार कर रही उड़ाने यहां से टेक ऑफ की।