Durga Puja Pandal Theme: मन मोह लेगा पूजा पंंडाल का ये थीम, जरूर जाएं देखने…. | Sanmarg

Durga Puja Pandal Theme: मन मोह लेगा पूजा पंंडाल का ये थीम, जरूर जाएं देखने….

कोलकाता : अब पश्चिम बंगाल के सबसे बड़े त्योहार दुर्गा पूजा की शुरुआत हो चुकी है। सभी पूजा पण्डाल अलग-अलग थीम, लाइटिंग और सजावट के साथ लोगों की भीड़ खींचने को तैयार हैं। ऐसे में दक्षिण कोलकाता के रवीन्द्र सरोवर स्थित शिव मंदिर सार्वजनिक दुर्गोत्सव पंडाल है, जो इस साल श्रमिकों की आजीविका को दर्शाएगा।

क्या है पूजा पंडाल का थीम :- दक्षिण कोलकाता स्थित शिव मंदिर सार्वजनिक दुर्गोत्सव का थीम ‘ब्रात्य’ है। इस थीम के माध्यम से यह दर्शाया जा रहा है कि किस तरह श्रमिक अपने माथे पर ईंट और बालू के बोझ सहकर एक मकान को तैयार करते हैं और अपने हाथों से पूजा पंडाल को सजाते हैं। एक तरफ जहां वह अपने हाथों से दूसरों को रहने के लिए मकान तैयार करते हैं।

वहीं दूसरी तरफ उनके खुद के रहने के लिए छत नहीं है। पूजा कमेटी इस वर्ष अपना 88वां साल मना रही है। पूरे पंडाल का बजट करीब 40 लाख रुपये है।

कौन है मूर्तिकार :- इस पंडाल में मां देवी की प्रतिमा को मूर्तिकार अरूप कर ने एक अद्भुत आकार दिया है जो देखने में काफी बेहतरीन लग रही है। हालांकि इस पंडाल के थीम की कल्पना भी इन्हीं के द्वारा की गई है। इसे लेकर क्लब के जनरल सेक्रेटरी पार्थो घोष ने बताया कि इसी तर्ज पर पूरे पंडाल को सजाया गया है।

पंडाल :- हर साल की तरह इस साल भी पंडाल को एक अलग रूप देने की कोशिश की गई है। पंडाल को बनाने का काम पिछले 4 महीने से किया जा रहा है। इस पंडाल को लोहा, टीन, टाली व एस्बेडस व अन्य चीजों से बनाया गया है।

रुट :- यदि आप इस पंडाल में जाना चाहतें है तो सबसे आसान मेट्रो का रुट है। बता दें कि रवीन्द्र सरोवर मेट्रो स्टेशन से 5 मिनट की दूरी पर यह पंडाल है।

इस वर्ष ‘कवितीर्थ’ को दर्शाएगा ढाकुरिया का बाबू बागान सार्वजनिक दुर्गोत्सव

क्या है पूजा पंडाल का थीम : दक्षिण कोलकाता के ढाकुरिया स्थित बाबू बागान सार्वजनिक दुर्गोत्सव का थीम ‘कवितीर्थ’ है। इस पूजा पंडाल में 19वीं और 20वीं शताब्दी में स्वतंत्रता संग्राम के समय पश्चिम बंगाल के कवियों ने जो कविताएं लिखी थीं, उन्हीं रचनाओं की छोटी सी झलक प्रस्तुत करने की कोशिश की गई है।

कौन है मूर्तिकार :- इस पंडाल में जिसने मां दुर्गा की प्रतिमा काे आकार दिया है उस मूर्तिकार का नाम डॉ. सुजाता गुप्ता है। हालांकि देवी की प्रतिमा के साथ-साथ पंडाल के थीम की भी कल्पना इन्हीं के द्वारा की गई है।

पंडाल :- दक्षिण कोलकाता में एक से बढ़कर एक पूजा पंडाल लोगों को आकर्षित करने के लिए तैयार हैं। इस बार बाबू बागान क्लब का पंडाल बनाने का काम पिछले 3 महीने से किया जा रहा है।

इस पंडाल में लोहा व कार्डबोर्ड पर पेंटिंग के जरिए प्रसिद्ध कवि और उनकी रचनाओं की छोटी सी झलक प्रस्तुत करने की कोशिश की गई है। इस वर्ष यह पूजा क्लब अपना 63वां साल मना रहा है।

रुट :- अगर आप यहां पहुंचना चाहते हैं तो ढाकुरिया ब्रिज से करीब 100 मीटर की दूरी पर यह पंडाल स्थित है।

गरियाहाट के सिंघी पार्क क्लब में इस बार दिखेगी राजवाड़ों की जीवन शैली

क्या है पूजा पंडाल का थीम : सिंघी पार्क सार्वजनिक दुर्गोत्सव का थीम ‘सात मोहल्ले अंतपुरे’ है। सबसे खास बात है कि इस थीम के जरिए यह दर्शाया जा रहा है कि पहले के जमाने में राजा महाराजा अपने घर में किस तरह रहते थे और उनके घर में क्या-क्या सामान सजावट के लिए होते थे। इसी तर्ज पर पूरे पंडाल को सजाया गया है।

कौन है मूर्तिकार :- मूर्तिकार का नाम प्रदीप रुद्रो पाल है। इन्होंने पंडाल के थीम से लेकर मां दुर्गा की प्रतिमा को आखिरी रूप दिया है।

पंडाल :- दक्षिण कोलकाता के गरियाहाट स्थित सिंघी पार्क क्लब के पूजा पंडाल को बनाने का काम पिछले 4 महीने से किया जा रहा है। क्लब के जनरल सेक्रेटरी अभिजीत मजुमदार ने बताया कि पूरे पंडाल को बांस से बनाया गया है। यह पूजा कमेटी इस वर्ष अपने 83वें साल में प्रवेश कर रही है।

रुट :- इस पंडाल का आप भ्रमण करना चाहतें है तो यह गरियाहाट से 3 मिनट की दूरी पर स्थित है।

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