कोलकाता मेडिकल में एंटी रैगिंग कमेटी, फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स के लिये अलग हॉस्टल | Sanmarg

कोलकाता मेडिकल में एंटी रैगिंग कमेटी, फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स के लिये अलग हॉस्टल

सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : जादवपुर विश्वविद्यालय में रैगिंग की घटना से दूसरे शिक्षा संस्थान भी सीख ले रहे हैं। अन्य शिक्षा प्रतिष्ठानों के अलावा मेडिकल कॉलेज भी सतर्क हुए हैं। हॉस्टल से बाहरियों को हटाने के लिये गत बुधवार को ही बर्दवान विश्वविद्यालय ने विज्ञप्ति जारी की थी। अब कोलकाता मेडिकल कॉलेज भी इस ओर कड़ा कदम उठाने जा रहा है। कोलकाता मेडिकल के स्टूडेंट्स ने एंटी रैगिंग रैली निकाली थी ​जिसमें शिक्षक, डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी शामिल हुए थे। इसके बाद ही मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की ओर से कदम उठाने की घोषणा की गयी।
उठाये जा रहे हैं यह कदम
फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स के लिये अलग हॉस्टल की व्यवस्था मेडिकल कॉलेज द्वारा की जा रही है। हॉस्टल में कौन रह रहा है, कौन अंदर जा रहा या बाहर निकल रहा है, सबका हिसाब रजिस्टर में रखा जायेगा। कॉलेज हॉस्टल में पूर्व स्टूडेंट रह रहे हैं या नहीं, इस बारे में रजिस्ट्रार को जानकारी रखनी होगी। कोई पूर्व स्टूडेंट किस कारण से हॉस्टल में रह रहा है, इसका जवाब स्टूडेंट को प्रबंधन के पास देना होगा। फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स के लिये 2 अलग हॉस्टल की व्यवस्था की जा रही है जिसमें एक गर्ल्स और एक ब्वॉयज हॉस्टल है। यूजीसी के नियमों के मुताबिक, प्रथम वर्ष के छात्रों को गिरिबाबू लेन स्थित ब्वॉयज हॉस्टल में रखा जाएगा।
कब्जा कर रहने वालों को छोड़ना होगा कैंपस
जादवपुर की तरह कोलकाता मेडिकल कॉलेज में भी बाहरी लोगों की मौजूदगी का आरोप है। अब मेडिकल कॉलेज अथॉरिटी सभी जानकारियों की जांच करने के बाद हॉस्टल के कमरों की सूची बना रही है जो किसके नाम पर हैं, वास्तव में उन कमरों में कौन रह रहा है। जिन लोगों ने मेडिकल कॉलेज के घर पर कब्जा कर रखा है, अब उन्हें कैंपस छोड़ना होगा। हाल में वाइस प्रिंसिपल अंजन अधिकारी और डीन ऑफ स्टूडेंट्स मानव नंदी ने मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल का दौरा किया। हॉस्टल का दौरा करने के बाद कॉलेज अधिकारियों ने बैठक की। कोलकाता मेडिकल कॉलेज में स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों के लिए कुल 8 छात्रावास हैं। बैठक में छात्रावास में सीसीटीवी लगाने का भी निर्णय लिया गया। उप-प्रिंसिपल अंजन अधिकारी ने कहा कि वे जादवपुर घटना की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि कॉलेज में एंटी रैगिंग कमेटी है, एक रैगिंग विरोधी दस्ता और विभिन्न संकाय हैं। सभी इस पर नजर रख रहे हैं।

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