तारिकुल इस्लाम : जेल में भी आतंकी साजिश का मास्टरमाइंड
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : खागड़ागढ़ विस्फोट मामले में दोषी और जेल में बंद जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के आतंकवादी तारिकुल इस्लाम पर जेल के भीतर से ‘अंसारुल्ला बांग्ला टीम’ (एबीटी) के नेटवर्क को सक्रिय रूप से संचालित करने का आरोप लगा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक बंगाल, असम और केरल में हाल ही में हुई आतंकवादी गिरफ्तारियों के बाद यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। 2014 में खागड़ागढ़ विस्फोट मामले में दोषी ठहराए गए तारिकुल इस्लाम को 2015 में झारखंड और बीरभूम की सीमा से गिरफ्तार किया गया था। तब से वह मुर्शिदाबाद के बहरमपुर जेल में बंद है। हालांकि, जेल में रहते हुए भी उसने ‘अंसारुल्ला बांग्ला टीम’ का नेटवर्क तैयार कर लिया। सुरक्षा एजेंसियों की जांच में सामने आया है कि उसके निर्देश पर संगठन के लिए हथियार और विस्फोटक सामग्री जुटाई जा रही थी।
जेल सुरक्षा तंत्र पर सवाल
सबसे बड़ा सवाल यह है कि जेल के भीतर रहते हुए एक दोषी आतंकवादी कैसे आतंकी नेटवर्क का संचालन कर सकता है? पुलिस जांच में यह सामने आया है कि तारिकुल की जेल में मोहम्मद अब्बास अली और मिनारुल जैसे अन्य संदिग्धों से मुलाकात हुई थी। इन दोनों पर आरोप है कि उन्होंने तारिकुल के निर्देशों का पालन करते हुए आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की योजना बनाई। अंसारुल्ला बांग्ला टीम का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को अपने संगठन से जोड़ना, स्लीपर सेल तैयार करना और देश में आतंकी हमलों को अंजाम देना है। खुफिया एजेंसियां अब इन बैठकों में शामिल अन्य संदिग्धों और उनके मंसूबों की गहन जांच कर रही हैं।
जेल में बंद जेएमबी आतंकी संचालित कर रहा है अंसारुल्ला का नेटवर्क
Visited 12 times, 1 visit(s) today