पीएम ने किया ‘18वें प्रवासी भारतीय दिवस-2025’ सम्मेलन का उद्घाटन
भुवनेश्वर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि दुनिया आज भारत की बात ध्यान से सुनती है और देश अपनी विरासत के कारण ही अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह कह पाता है कि भविष्य ‘युद्ध’ में नहीं, बल्कि ‘बुद्ध’ में निहित है।
‘ग्लोबल साउथ’ की आवाज
प्रधानमंत्री ने ओडिशा की राजधानी में आयोजित ‘18वें प्रवासी भारतीय दिवस-2025’ सम्मेलन का औपचारिक तौर पर उद्घाटन करते हुए कहा कि भारत सिर्फ लोकतंत्र की जननी ही नहीं है बल्कि लोकतंत्र हर भारतीय के जीवन का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि आज का भारत, अपना पक्ष तो मजबूती से रखता ही है, ग्लोबल साउथ की आवाज को भी पूरी ताकत से उठाता है। ‘ग्लोबल साउथ’ शब्द का इस्तेमाल आम तौर पर आर्थिक रूप से कम विकसित देशों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है। प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में आयी है जब यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद दोनों देशों के बीच युद्ध, इजराइल और फलस्तीन के बीच संघर्ष और विश्व के कई देशों में हिंसा और अस्थिरता का दौर जारी है। मोदी ने भारत में आयोजित सफल जी20 सम्मेलन का जिक्र करते हुए कहा कि दुनिया को देश की विविधता का प्रत्यक्ष अनुभव कराने के लिए भारत के विभिन्न हिस्सों में इसकी बैठकें आयोजित की गयीं। उन्होंने कहा कि भारत अब ‘विश्व बंधु’ के रूप में जाना जाता है, इसे और मजबूत करने की जरूरत है।
भारत के विकास में प्रवासी समुदाय के योगदान की सराहना
प्रधानमंत्री ने भारत के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि मैंने हमेशा प्रवासी समुदाय को भारत का राजदूत माना है। उन्होंने कहा कि हम आपकी सुविधा और आराम को बहुत महत्व देते हैं। आपकी सुरक्षा और कल्याण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम संकट की स्थितियों के दौरान अपने लोगों की मदद करना अपनी जिम्मेदारी मानते हैं, चाहे वे कहीं भी हों। यह आज भारत की विदेश नीति के मार्गदर्शक सिद्धांतों में से एक है। पिछले दशक के दौरान हमारे दूतावास और कार्यालय विश्वव्यापी रूप से संवेदनशील और सक्रिय रहे हैं। पिछले दो वर्षों में 14 दूतावास और वाणिज्य दूतावास खोले गये हैं। ओसीआई कार्ड का दायरा भी बढ़ाया जा रहा है। इसे मॉरीशस की 7वीं पीढ़ी के पीआईओ तक बढ़ा दिया गया है।
‘प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस’ को दिखायी हरी झंडी
मोदी ने सम्मेलन का उद्घाटन करने से पहले प्रधानमंत्री ने ‘प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस’ को रिमोट के माध्यम से हरी झंडी दिखायी। दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से रवाना होने वाली यह सेवा भारतीय प्रवासियों के लिए एक विशेष पर्यटक ट्रेन है जो तीन सप्ताह तक उन्हें भारत के कई पर्यटन और धार्मिक स्थलों का सफर करायेगी।
विश्व सभ्यता में भारत का योगदान उल्लेखनीय : कंगालू
इस अवसर पर त्रिनिदाद एवं टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू ने कहा कि भारत और यहां के लोगों ने ‘विश्व के विकास में महानतम योगदान’ दिया है। उन्होंने सम्मेलन को मुख्य अतिथि के रूप में डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि विश्व के विकास में भारत का योगदान उल्लेखनीय है। दुनिया का पहला विश्वविद्यालय 700 ईसा पूर्व तक्षशिला में स्थापित किया गया था। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद को चिकित्सा के प्राचीनतम ज्ञान के स्रोत के रूप में व्यापक रूप से स्वीकार किया जाता है। उन्होंने दावा किया कि नौवहन का जन्म लगभग 6,000 वर्ष पहले सिंधु नदी में हुआ था। उन्होंने कहा कि बीजगणित, त्रिकोणमिति और गणना भी सबसे पहले भारत में ही विकसित हुए थे।
‘युद्ध’ में नहीं, ‘बुद्ध’ में निहित है भविष्य : मोदी
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