नयी दिल्ली : केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड और असम राइफल्स के 700 से अधिक कर्मियों ने पिछले पांच वर्षों में आत्महत्या की है जबकि 55,555 ने इस अवधि के दौरान इस्तीफा दे दिया या स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली है।
गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने बुधवार को राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 2020 में सीएपीएफ, एनएसजी और एआर में 144 आत्महत्याएं हुईं जबकि 2021 में 157 मामले, 2022 में 138 मामले, 2023 में 157 मामले और 2024 में 134 मामले सामने आये। उन्होंने बताया कि पांच वर्षों में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ), राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) और असम राइफल्स (एआर) में आत्महत्या के कुल 730 मामले सामने आये। पिछले पांच वर्षों में सीएपीएफ, एनएसजी और एआर में 47,891 कर्मियों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली है और 7,664 ने इस्तीफा दिया है।
राय ने कहा कि आम तौर पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में काम आठ घंटे की शिफ्ट का होता है हालांकि यह परिचालन संबंधी जरूरतों के आधार पर अलग-अलग होता है। बटालियनों की संरचना ऐसी होती है कि कर्मियों को आराम और छुट्टी मिल सके। उन्होंने कहा कि पारदर्शी, तर्कसंगत और निष्पक्ष छुट्टी नीति को लागू करने और पर्याप्त आराम और छुट्टी सुनिश्चित करने के लिए ड्यूटी के घंटों को विनियमित करने के उपाय किये गये हैं।
पिछले पांच साल में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के 730 कर्मियों ने की आत्महत्या
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