अगले साल तक हर महीने एक जहाज नौसेना में शामिल होगा
62 जहाजों का निर्माण जारी : नौसेना प्रमुख
नयी दिल्ली : पुरी में बुधवार, 4 दिसंबर को ‘नौसेना दिवस समारोह’ के पूर्व पहले नौसेना प्रमुख ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया।नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि फ्रांस के साथ नौसेना संस्करण वाले 26 राफेल-एम विमानों का सौदा अंतिम चरण में पहुंच गया है।साथ ही 3 स्कॉर्पीन सबमरीन के सौदे पर भी बातचीत अंतिम चरण में है। अगले महीने यह सौदा पक्का होने की संभावना है। नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कहा कि आगामी 10 वर्षों में भारतीय नौसेना में 96 जहाज और पनडुब्बियां शामिल की जाएंगी। उन्होंने कहा, ‘62 जहाज और एक पनडुब्बी निर्माणाधीन हैं और अगले साल तक हर महीने एक जहाज नौसेना में शामिल किया जाएगा।’ गौरतलब है कि पिछले साल जुलाई में रक्षा मंत्रालय ने फ्रांस से राफेल-एम जेट विमानों की खरीद को मंजूरी दी थी, जिसका इस्तेमाल मुख्य रूप से स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर तैनाती के लिए किया जाएगा। इस प्रश्न पर कि पाकिस्तान का नौसैनिक बेड़ा 50 जहाजों का हो जाएगा, एडमिरल त्रिपाठी ने कहा कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को देखकर आश्चर्य होता है कि उन्हें जहाज और पनडुब्बियां कैसे मिल रही हैं? भारत पड़ोसी देशों से किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए हमेशा तैयार है।
स्वदेशी-परमाणविक सबमरीन 2036 तक : नौसेना प्रमुख ने बताया कि भारत में बनी पहली परमाणविक क्षमता वाली सबमरीन (एसएसएनएस) 2036-37 तक कमिशन हो जाएगी। इसके निर्माण के लिए 2 महीने पहले सरकार से मंजूरी मिली थी। पहली सबमरीन के कमिशन होने के दो साल के भीतर दूसरी सबमरीन को भी कमिशन किया जाएगा। भारतीय नौसेना ऐसी 6 सबमरीन का निर्माण करेगी।
परमाणविक सबमरीन की आवश्यकता
परमाणविक हथियार से लैस यह सबमरीन लंबे समय तक पानी के भीतर रह सकती है। इसके अतिरिक्त भारत के पास डीजल इलेक्ट्रिक और डीजल समबरीन विद्यमान हैं। हालांकि, डीजल-इलेक्ट्रिक सबमरीन को दिन में कम से कम एक बार बैटरी चार्च करने के लिए पानी की सतह पर लाना पड़ता है। इस दौरान सबमरीन पर हमले का खतरा कायम रहता है। एयर-इंडिपेंडेंट प्रोपल्शन से लैस डीजल सबमरीन लंबे समय तक पानी के भीतर रह सकती हैं, लेकिन इन सबमरीन को जहाज पर मौजूद हथियारों के साथ-साथ गति से भी समझौता करना पड़ता है। इसलिए नौसेना ने परमाणविक हथियारों से लैस सबमरीन की मांग की थी।
राष्ट्रपति समारोह में शामिल होंगी
ओडिशा के पुरी में आगामी 4 दिसंबर, 2024 को होने वाले ‘नौसेना दिवस समारोह’ में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में भारतीय नौसेना के एयरक्राफ्ट, सबमरीन, वैसल और हेलिकॉप्टर पुरी ब्लू बीच के किनारे अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करेंगे। नौसेना के सूत्रों ने बताया कि 15 से अधिक जहाज, 40 से अधिक एयरक्राफ्ट, कई हेलिकॉप्टर, सबमरीन और ड्रोन शक्ति प्रदर्शन करेंगे। इसके बाद लेजर और ड्रोन शो आयोजित होंगे।