कोलकाता : महानगर में वर्ष दर वर्ष वाहनों की संख्या बढ़ने से शहर में अवैध पार्किंग की समस्या बढ़ती जा रही है। केएमसी सूत्रों की मानें तो महानगर में करीब 30 लाख से अधिक वाहन केएमसी से बिना अनुमति हासिल किए अवैध रूप से पार्क किए जा रहे हैं। महानगर में अवैध पार्किंग की घटना को रोकने के लिए केएमसी ने पिछले वर्ष नाइट पार्किंग अप्रूवल योजना की शुरुआत की। नाइट पार्किंग अप्रूवल योजना के तहत वाहन मालिकों को मुख्य मार्ग पर स्थित मकान एवं आवासनों के सामने कार पार्क करने के लिए अनुमति दी जाती है। केएमसी का पार्किंग विभाग कार मालिक को पार्किंग स्टिकर प्रदान करता है। इस स्टिकर की मियाद एक महीने की होती है। पिछले साल अप्रैल महीने से शुरू की गई योजना के तहत अब तक 14 हजार वाहन मालिकों ने अनुमति हासिल की है। हालांकि, अब भी बड़ी तादाद में वाहन मालिक बिना अनुमति के वाहन पार्क कर रहे हैं, जिस वजह से आम राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या से निपटने के लिए केएमसी बिना अनुमति के नाइट पार्किंग करने वाले वाहन मालिकों के खिलाफ अगले सप्ताह से अभियान शुरू करने जा रहा है। केएमसी सूत्रों के अनुसार महानगर में कई वाहन मालिक रात के वक्त अवैध रूप से कार पार्क करते हैं जिनके खिलाफ समय-समय पर निगम अधिकारियों द्वारा विशेष अभियान चलाया जाता है। केएमसी सूत्रों के अनुसार जारी वित्त वर्ष में पार्किंग विभाग की ओर से पांच बार विशेष अभियान चलाया गया। इस दौरान केएमसी ने करीब 3.50 लाख रुपये जुमार्ना के रूप में वसूले हैं।
अब टायर पर नहीं लगेंगे कांटे, ईपीओएस मशीन से जुर्माना वसूलेगा केएमसी : अवैध पार्किंग की समस्या से निपटने के लिए कोलकाता नगर निगम के कार पार्किंग विभाग द्वारा एक वन विंडो पोर्टल तैयार किया गया है। हालांकि, पार्किंग से संबंधित कानूनी अनुमति हासिल करने के लिए केएमसी ने मुख्य सचिव को योजना की रिपोर्ट भेजी है। सूत्रों के अनुसार केएमसी, कोलकाता ट्रैफिक पुलिस के अनुरूप ही जुर्माना वसूलेगा। ऐसे में विभाग ने राज्य सचिवालय से जुर्माना राशि के भुगतान न होने तक ट्रांसपोर्ट विभाग द्वारा कार का सर्टिफिकेट ऑफ फिटनेस (सीएफ) और इंश्योरेंस रिन्यू नहीं किए जाने की अनुमति मांगी है।