कोलकाता : इस साल दुर्गापूजा के दौरान विदेश से आने वाले पर्यटकों की संख्या में 20-22 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। खासकर यूरोप के स्पेन, इंग्लैंड और इटली जैसे देशों से आने वाले पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय कमी देखी गई है। कोलकाता, जो हर साल दुर्गापूजा के मौके पर विदेशी पर्यटकों का स्वागत करता है, इस बार उन पर्यटकों की कमी से जूझ रहा है जो सामान्यत: इन देशों से यहां आते थे। अभी भी दुर्गापूजा में कुछ समय बचा हुआ है और इस दौरान अब फिर से टूर एंड ट्रैवेल्स ऑपरेटर बुकिंग में जुट गये हैं। अपने विदेशी ग्राहकों और पर्यटकों को संपर्क कर कोलकाता में आने का आग्रह कर रहे हैं।
डॉक्टरों के प्रदर्शन का असर : इस गिरावट का प्रमुख कारण राज्य में डॉक्टरों द्वारा किए गए हालिया प्रदर्शन को माना जा रहा है। यह प्रदर्शन राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खबरों में आया था, जिसने विदेशों में कोलकाता की छवि को प्रभावित किया। विदेशी मीडिया में डॉक्टरों के इस आंदोलन और उससे उत्पन्न हालात की खबरें फैलने के बाद पर्यटकों ने कोलकाता आने से परहेज किया। इस घटनाक्रम के बाद, ट्रैवेल एजेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया कमेटी मेम्बर, ईस्टर्न इंडिया के अनिल पंजाबी ने बताया कि उनकी कमाई पर इस बार बड़ा असर पड़ा है। हालांकि, डॉक्टरों के प्रदर्शन को अब वापस ले लिया गया है, लेकिन उसकी वजह से कोलकाता आने वाले पर्यटकों की संख्या में कमी हो चुकी है। ट्रैवल एजेंट्स और पर्यटन उद्योग के अन्य विशेषज्ञ अब विदेशी पर्यटकों को फिर से कोलकाता आने के लिए प्रोत्साहित करने की कोशिश कर रहे हैं।
पिछले दुर्गापूजा वाला आकर्षण इस बार नहीं : ट्रैवेल एजेंट्स एसोसियेशन ऑफ इंडिया, ईस्ट के सेक्रेटरी व एयरकॉम ट्रैवेल्स के चेयरमैन अंजनी धानुका ने कहा कि इस बार विदेशों से आने वाले पर्यटकों की संख्या में कमी आयी है। अब जब जूनियर डॉक्टरों का प्रदर्शन समाप्त हो गया है तो इस बारे में अब फिर से विदेशी पर्यटकों के ग्रुप को जागरूक किया जा रहा है ताकि वे अब से भी बुकिंग करवाएं और यहां आएं। जहां पिछले साल दुर्गापूजा के दौरान टिकट की बुकिंग चरम पर होती थी, इस साल 15-18 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। इसका सीधा असर होटल बुकिंग्स, ट्रैवल पैकेजेज और स्थानीय पर्यटन सेवाओं पर पड़ा है। कोलकाता के ट्रैवल एजेंट्स अब उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही स्थिति सामान्य होगी और पर्यटक फिर से कोलकाता आने लगेंगे।
पर्यटकों को वापस बुलाने की कोशिश : ट्रैवल एजेंट्स और स्थानीय प्रशासन अब इस स्थिति को सुधारने के प्रयास में जुटे हुए हैं। कोलकाता में दुर्गापूजा की तैयारी पूरी तरह से हो चुकी है और आयोजक अब सुनिश्चित कर रहे हैं कि विदेशी पर्यटकों को इस बार के समारोहों में कोई दिक्कत न हो। ट्रैवल एजेंट्स ने सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्म्स के जरिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोलकाता के सकारात्मक पक्ष को उजागर करना शुरू कर दिया है, ताकि दुर्गापूजा के शेष दिनों में और आने वाले समय में विदेशी पर्यटकों की संख्या को फिर से बढ़ाया जा सके। अब उनकी उम्मीदें आने वाले समय में पर्यटकों की वापसी पर टिकी हैं, ताकि यह उद्योग फिर से पटरी पर लौट सके।