नई दिल्ली : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) [CPI(M)] के वरिष्ठ नेता और प्रमुख विचारक सीताराम येचुरी का निधन हो गया है। उन्होंने 72 वर्ष की आयु में दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में शोक की लहर दौड़ा दी है। सीताराम येचुरी की हाल की स्वास्थ्य समस्याएँ उनके निधन का कारण बनीं। एम्स में उनकी उपचार प्रक्रिया चल रही थी, लेकिन उनकी सेहत में सुधार नहीं हुआ। अंतिम समय में, वे अपने परिवार के सदस्यों और करीबी लोगों के साथ एम्स में थे।
राजनीतिक करियर और योगदान
सीताराम येचुरी का राजनीतिक करियर कई दशकों तक फैला हुआ है। वे CPI(M) के एक प्रमुख नेता रहे और उनकी भूमिका भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण रही। वे पार्टी के महासचिव भी रहे और विभिन्न मुद्दों पर अपनी स्पष्ट राय और प्रभावशाली नेतृत्व के लिए जाने गए। उन्होंने भारतीय समाज, अर्थव्यवस्था और राजनीति पर कई महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए और विभिन्न आंदोलनों में सक्रिय भूमिका निभाई। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
शोक और श्रद्धांजलि
सीताराम येचुरी के निधन से भारतीय राजनीति में एक बड़ा खालीपन आ गया है। उनके जीवन और कार्यों को लेकर कई नेता और जनता शोक व्यक्त कर रहे हैं। उनके निधन पर राजनीतिक दलों, नेताओं और आम जनता ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है और उनके योगदान को याद किया है।
उनके परिवार और पार्टी के सदस्य इस कठिन समय में शोकाकुल हैं। सीताराम येचुरी का जीवन और उनके विचार हमेशा भारतीय राजनीति में एक प्रेरणास्त्रोत बने रहेंगे।