हावड़ा : खराब रोड हो या फिर बेहाल निकासी व्यवस्था मानो अब लिलुआ की पहचान बन चुकी हैं। हाल ही में लिलुआ के मीरपाड़ा में बदतर निकासी व्यवस्था को लेकर स्थानीय लोगों का ग़ुस्सा फूटा था और स्थानीय प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि वे जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करेंगे। इसके बाद एक बार फिर लिलुआ में फिर वैसी ही तस्वीर देखने को मिल रही है। लोगों का कहना है कि वे टैक्स दे रहे हैं वोट दे रहे हैं। इसके बावजूद वे गंदगी में रहने को मजबूर है। यह इलाका लिलुआ का वार्ड नंबर 64 है। यहाँ पर हज़ारों की संख्या में लोग रहते हैं। मीरपाड़ा में नालियों का गंदा पानी भरा हुआ है। ऐसी व्यवस्था में मीरपाड़ा के घरों में नालियों व बारिश का गंदा पानी लोगों के घरों तक घूस गया है। यह स्थिति आज् की नहीं है बल्कि 6 सालों से इसी प्रकार की अवस्था में हजारों लोग रहने को मजबूर है। लोगों का आरोप है कि ये ऐसा पहली बार नहीं है वे इस तरीक़े से नारकीय जीवन जीने को कई सालों से मजबूर हैं। वहीं बांधाघाट, सलकिया, नस्करपाड़ा रोड, डोनबोस्को, पंचाननतल्ला रोड, टिकियापाड़ा आदि इलाकों में भी जलजमाव रहा। देखा जाए तो हावड़ा नगर निगम व बाली नगरपालिका ने कई अभियानों के लिए लाखों रुपये ख़र्च कर रही है। वहीं निकासी व्यवस्था जिसकी जगह-जगह धज्जियां उड़ाते हुए नज़र आ रही है।
घरों में घुस रहा है गंदा बदबूदार पानी
स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह गंदा पानी जो पिछले सप्ताह से इसे रोड पर जमा है। यह उनके घरों में घुस रहा है। इस गंदे व बदबूदार पानी से स्थानीय लोग परेशान है। इस तरीके से सड़क पर गंदा पानी बहने से लोगों को बीमारी का खतरा बना हुआ है। दीपक मेहरा व एलके मेहरा ने कहा कि उन्होंने कई बार स्थानीय प्रशासन से इसकी शिकायत की लेकिन उनकी समस्या जस की तस बनी हुई है। लोगों ने प्रशासन पर ध्यान नहीं देने का आरोप लगाया है। वहीं रामबहादुर सिंह ने कहा कि नाली के अंदर से पानी की पाइप लाइन डाली है जो गंदे पानी चोक कर रही है। इससे सारा गंदा पानी सड़क पर ही रह जा रहा है और लोगों के घरों के अंदर घुस रहा है। लोगों का कहना है कि इसमें केवल नाली का गंदा पानी नहीं बल्कि शौचालय का पानी भी मिला हुआ है। ऐसे में चार फ़ीट तक घरों में पानी घुस गया है। इससे कोई बड़ी बीमारी हो सकती है और जान का ख़तरा हो सकता है।