पेट्रोल पम्प और रेस्टोरेंट को लेकर ईडी ने प्रमोटर के बेटे की गर्ल फ्रेंड को घेरा | Sanmarg

पेट्रोल पम्प और रेस्टोरेंट को लेकर ईडी ने प्रमोटर के बेटे की गर्ल फ्रेंड को घेरा

ईडी को मिले हैं कई सबूत, एसएससी भ्रष्टाचार का करोड़ों रुपया हुआ है बिजनेस में इन्वेस्ट
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : एसएससी मामले में ईडी की टीम एक – एक करके सभी अभियुक्तों से पूछताछ कर रही है। इसी क्रम में बुधवार को प्रमोटर अयन शील के बेटे अभिषेक की गर्ल फ्रेंड इमोन गांगुली को बुलाया गया। ईडी की टीम ने उनसे घंटों पूछताछ की। इमोन से रेस्टोरेंट व पेट्रोल पम्प सहित कई ऐसी सम्पत्तियों के बारे में व कंपनियों के बारे में पूछा गया जिसमें वे प्रमोटर अयन शील के बेटे अभिषेक के साथ पार्टनर के रूप में जुड़ी थीं। वहीं कई कम्पनियों में उन्हें डायरेक्टर भी बनाया गया है। इन सबके बारे में ईडी की टीम ने उनसे सवाल जवाब किए।
अयन ने अपनी संपत्तियों में बेटे के साथ इमोन को क्यों दी अहमियत
ईडी द्वारा बुलाए जाने पर वे बुधवार की सुबह छह बजे ही ईडी कार्यालय पहुँच गई थी। इस बारे में कहा गया कि वे शायद मीडिया से बचने के लिए इतनी जल्दी ईडी कार्यालय पहुँची थी। उस वक्त तक ईडी अधिकारी कार्यालय में नहीं आये थे। इस कारण उनसे तय समय से ही पूछताछ की गई। वे अपने पिता विभाष गांगुली के साथ ईडी कार्यालय आयी थी। विभाष कभी पश्चिम बंगाल सरकार के शहरी विकास विभाग के संयुक्त निदेशक थे। हालांकि, ईडी ने भ्रष्टाचार में उनकी सीधी संलिप्तता पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
अयन के बेटे व पत्नी से भी हो चुकी है पूछताछ
ईडी सूत्रों के मुताबिक अयन के मामले में उसकी पत्नी काकोली शील के अलावा बेटे व उसकी गर्ल फ्रेंड सहित तीन लोगों पर नजर रखी जा रही है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने यह पहले ही दावा किया है कि अयन ने भ्रष्टाचार के अधिकांश धन का इस्तेमाल कई अचल और चल संपत्तियों को खरीदने के लिए किया। ज्यादातर मामलों में बेटे अभिषेक और विभाष की बेटी इमोन उन संपत्तियों के संयुक्त मालिक हैं। सूत्रों के मुताबिक अयन ने ही पेट्रोल पंप के लिए पैसे उपलब्ध कराए थे, जिसे अयन के बेटे और विभाष की बेटी के बीच बराबर की साझेदारी में खरीदा गया था। इसके अलावा दोनों के नाम पर भ्रष्टाचार के पैसे से एक रेस्टोरेंट खोला गया था ।
रेस्टोरेंट व जमीन में भी लगा था करोड़ों रुपया
एमएस फॉसिल्स नाम की एक पार्टनरशिप फर्म भी बनाई गई थी। सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने अदालत में कहा था कि इन संपत्तियों की खरीद के पीछे एसएससी का रुपया है। उसके साथ उसके पिता विभाष गांगुली भी थे जो एक समय में राज्य के शहरी विकास विभाग में वरिष्ठ अधिकारी रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि इसके अलावा हुगली में करोड़ों की जमीन भी खरीदी गई थी। ये रुपये शिक्षक नियुक्ति में वसूले गए थे। इमोन के खाते में भी करोड़ों रुपये का संदिग्ध लेनदेन हुआ है इसलिए उससे पूछताछ की गयी। हुगली के गुड़ाप में दुर्गापुर एक्सप्रेसवे पर करीब 3.5 बीघा जमीन पर पेट्रोल पंप बना हुआ है। 2020 के अक्टूबर में एक करोड़ रुपये में पंप खरीदा गया था। कोलकाता के बीडन स्ट्रीट के रहने वाले नंद गोपाल शुक्ला, अजय शुक्ला और आशीष शुक्ला नाम के तीन भाइयों से उन्होंने पेट्रोल पंप खरीदा था। इसके अलावा कोलकाता के बण्डेल रोड पर अभिषेक और इमोन के नाम पर फर्म है। इनके बारे में व संपत्तियों के स्रोत के बारे में देर शाम तक पूछताछ की गई।

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