कोलकाता : हिंदू धर्म में एकादशी को सबसे श्रेष्ठ व्रत माना जाता है। अभी आषाढ़ माह चल रहा है। आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की योगिनी एकादशी बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन श्रीहरि के निमित्त व्रत, पूजन, दान करने से समस्त पापों का नाश होता है। इस साल योगिनी एकादशी 14 जून 2023 बुधवार को है। मान्यता है कि योगिनी एकादशी व्रती को उनके सभी प्रकार के अपयश और चर्म रोगों से मुक्ति दिलाकर जीवन सफल बनाने में सहायक होती है। इस बार योगिनी पर बहुत खास योग बन रहा है जो दोगुना फल प्रदान करेगा।
योगिनी एकादशी 2023 मुहूर्त (Yogini Ekadashi 2023 Muhurat)
आषाढ़ कृष्ण योगिनी एकादशी तिथि शुरू – 13 जून 2023, सुबह 09:28
आषाढ़ कृष्ण योगिनी एकादशी तिथि समाप्त – 14 जून 2023, सुबह 08: 28
योगिनी एकादशी पारण मुहूर्त – सुबह 05:22 – सुबह 08:10 (15 जून 2023)
योगिनी एकादशी 2023 शुभ योग (Yogini Ekadashi 2023 shubh yoga)
योगिनी एकादशी पर चंद्रमा मेष राशि में होगा, वहीं गुरु भी मेष राशि में विराजमान है। ऐसे में इस दिन गुरु और चंद्रमा की युति गजकेसरी योग का निर्माण हो रहा है। वहीं इस दिन सुबह शोभन योग भी रहेगा।
शोभन योग– 13 जून 2023, सुबह 05.55 – 14 जून 2023, सुबह 04.18
गजकेसरी योग – ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु और चंद्रमा जब किसी राशि में साथ बैठे होते हैं तो गजकेसरी योग बनता है, जिसे बहुत शुभ फलदायी माना गया है। इसके बारे में कहा जाता है कि गज यानि हाथ और केसरी का अर्थ यहां स्वर्ण से हैं, यानि ताकत और धन से जुड़ा योग है। इसका लाभ उठाने के लिए योगिनी एकादशी पर पीली वस्तुओं का दान करें और विष्णु-शिव जी की पूजा करें।
योगिनी एकादशी के उपाय (Yogini Ekadashi Upay)
· योगिनी एकादशी पर व्रत रखकर दोनों सुबह-शाम श्रीहरि का स्मरण करें। इस दिन गजेंद्र मोक्ष का पाठ करने से पितरों का संतुष्टि मिलती है और व्यक्ति के पाप धुल जाते हैं। पूर्वजों के आशीर्वाद से वंश में वृद्धि होती है।
· योगिनी एकादशी पर पीपल का पौधा लगाना बहुत माना गया है, इससे नौकरी में आ रही अड़चने खत्म होती है और धन आगमन होता है। संभव हो तो इस दिन भगवद्गीता के 11वें अध्याय का पाठ करें।