वडोदरा : स्मृति मंधाना की 91 रन की शानदार पारी के बाद रेणुका सिंह ठाकुर (पांच विकेट) की अगुवाई में गेंदबाजों के कमाल के प्रदर्शन से भारत ने तीन मैचों के पहले महिला एकदिवसीय में वेस्टइंडीज को रिकॉर्ड 211 रन के बड़े अंतर से शिकस्त दी। भारत ने नौ विकेट पर 314 रन बनाने के बाद वेस्टइंडीज की पारी को महज 26.2 ओवर में 103 रन पर समेट दिया। भारतीय टीम की यह रनों के लिहाज से वेस्टइंडीज के खिलाफ सबसे बड़ी जीत है। रेणुका ने 10 ओवर में 29 रन देकर करियर में पहली बार पांच विकेट चटकाए जबकि प्रिया मिश्रा को दो सफलता मिली। टिटास साधु और दीप्ति शर्मा ने एक-एक विकेट चटकाये। वेस्टइंडीज ने लिए नौवें क्रम पर बल्लेबाजी करने आयी एफी फ्लेचर के नाबाद 24 रन के योगदान से रनों का शतक पूरा किया। टीम के लिए उनके अलावा सिर्फ शेमेन कैम्पबेल (21) ही 20 रन के आंकड़े को पार कर सकी।
इससे पहले शानदार लय में चल रही मंधाना ने लगातार पांचवीं बार 50 रन (टी-20 और एकदिवसीय) के स्कोर को पार किया है। उन्होंने 102 गेंद की पारी में 13 चौके लगाने के साथ अपना पदार्पण वनडे खेल रही प्रतिका रावल (69 में से 40) के साथ 110 रन की साझेदारी में ज्यादातर रन बनाकर टीम को शानदार शुरुआत दिलायी।मंधाना की शानदार पारी के बाद हरलीन देयोल (50 गेंद में 44 रन), हरमनप्रीत कौर (23 गेंद में 34 रन), रिचा घोष (12 गेंद में 26 रन) और जेमिमा रोड्रिग्स (19 गेंद में 31 रन) ने तेजी से रन बनाये जिससे भारतीय टीम ने 300 रनों के आंकड़े को पार किया। वेस्टइंडीज के लिए जायदा जेम्स सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहीं। बाएं हाथ की इस स्पिनर आठ ओवर में 45 रन देकर पांच विकेट लिए। सीरीज का दूसरा एकदिवसीय इसी स्थल पर मंगलवार को खेला जायेगा। रेणुका ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हमारी योजना विकेटों को निशाना बनाने की थी। पिच से हमें काफी मदद मिली। शाम को मौसम ठंडा हो गया। ओस भी थी, जिससे परिस्थितियां हमारे पक्ष में हो गयी।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में पहली बार पांच विकेट लिये है, इसलिए निश्चित रूप से बहुत खुश हूं। विशेष रूप से एकदिवसीय मैचों में विकेट हासिल करना बहुत कठिन है। मैंने बचपन से ही अपनी इनस्विंग पर बहुत काम किया है और मैं अपने इन-स्विंगर्स का बहुत समर्थन करती हूं। मेरी कोशिश इनस्विंग की मदद से सफलता प्राप्त करने की होती है।’
वेस्टइंडीज की सलामी बल्लेबाज कियान जोसेफ कप्तान हेली मैथ्यूज के साथ गफलत का शिकार होकर पारी की पहली गेंद पर स्ट्राइक पर आने से पहले ही रन आउट हो गयी। मैथ्यूज भी 12 गेंद के बाद रेणुका की गेंद पर रिचा को कैच देकर खाता खोले बगैर पवेलियन लौट गयी। रेणुका ने इसके बाद डिएंड्रा डॉटिन (आठ) को बोल्ड किया जबकि टिटास ने रिशादा विलियम्स के स्टंप्स को उखाड़कर वेस्टइंडीज का स्कोर 11 रन पर चार विकेट कर दिया। रेणुका ने इसके बाद आलिया एलेने और शाबिका गजनबी को चलता कर अपने पांच विकेट पूरे किये। पहले बल्लेबाजी का आमंत्रण मिलने पर मंधाना ने पदार्पण मैच खेल रही प्रतिका पर दबाव हावी नहीं होने दिया। भारतीय टीम ने आक्रामक बल्लेबाजी करने वाली शेफाली वर्मा के टीम से बाहर होने के बाद भारत ने सलामी बल्लेबाज के तौर पर मंधाना का साथ देने के लिए कई खिलाड़ियों को आजमाया। इस क्रम में रविवार को दिल्ली की खिलाड़ी प्रतिका को मौका मिला। उन्होंने 57.97 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की। इस 24 साल की खिलाड़ी को 10वें ओवर में जीवनदान भी मिला। वह उस समय तीन रन पर बल्लेबाजी कर रही थी। उन्होंने अपनी पारी के चारों चौके लेग साइड में जड़े।
प्रतिका जहां तेजी से रन बनाने में संघर्ष कर रही थी वहीं दूसरे छोर से मंधाना ने अपने शानदार कवर ड्राइव और पुल शॉट से दर्शकों का मनोरंजन किया। मंधाना ने इसके बाद हरलीन देयोल के साथ 52 गेंद में 50 रन साझेदारी के साथ रनगति को तेज किया। भारतीय पारी ने कप्तान हरमनप्रीत कौर के क्रीज पर आने के बाद रफ्तार पकड़ी। उन्होंने हरलीन के साथ तीसरे विकेट के लिए 52 गेंद में 66 रन की साझेदारी की। वह तीन चौके और एक छक्का लगाकर तेजी से रन जुटा रही थी लेकिन रन आउट हो गयी। रिचा और जेमिमा ने इसके बाद तेजी से रन बनाना जारी रखा। जेमिमा ने तीन चौके और छक्का तो वहीं रिचा ने चार चौके और एक छक्का के साथ अपने आक्रामक तेवर दिखाये। भारतीय टीम आखिरी ओवरों में जल्दी-जल्दी से विकेट गंवाने के कारण तेजी से रन नहीं बना सकी। टीम ने आखिरी तीन ओवर में केवल 20 रन बनाये और चार विकेट गवांये जिसमें से तीन विकेट जेम्स के नाम रहे।