डीएनए जांच से और दो लोगों की पहचान, एक शव रिटायर्ड आईएएस करणी सिंह जबकि दूसरा उत्तर प्रदेश निवासी संजय का
जयपुर : राजस्थान की राजधानी जयपुर में बीते दिनों एलपीजी टैंकर में धमाका मामले में शवों की शिनाख्त की प्रक्रिया जारी है। इस बीच राजस्थान की एफएसएल टीम ने रविवार को डीएनए जांच के जरिये दो और शवों की पहचान की है। एक शव रिटायर्ड आईएएस करणी सिंह राठौड़ जबकि दूसरा शव उत्तर प्रदेश निवासी संजय का है। राठौड़ के डीएनए टेस्ट के बाद यह तय हो गया कि हादसे में 14 नहीं बल्कि 13 लोग मारे गए हैं। हादसे के बाद ये लोग इस कदर जल गए थे कि एक शव के दो हिस्सों को दो शव मान लिया गया था। डीएनए जांच में इसका खुलासा हुआ है। दरअसल, रिटायर्ड आईएएस सिंह के शव की शिनाख्तगी के लिए उनकी बेटी का डीएनए सैम्पल लिया गया था, जिसके मिलान के बाद उनके शव को परिजनों को सौंप दिया गया है। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को भांकरोटा कृषि फार्म से सुबह शहर लौटते वक्त अग्निकांड की चपेट में उनकी कार आ गई थी। उनके पैतृक गांव लूनासर- चूरू में सन्नाटा पसरा हुआ है। श्रीगंगानगर और अजमेर में प्रो पीपल कलेक्टर के तौर पर चर्चित रहे राठौड़ अजमेर डिस्कॉम के एमडी और जयपुर नगर परिषद के आयुक्त रहे थे।
आधा दर्जन से ज्यादा की हालत गंभीर : हादसे के अन्य घायलों का एसएमएस अस्पताल में इलाज चल रहा है। इनमें आधा दर्जन से ज्यादा घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है। अस्पताल में नेताओं और जनप्रतिनिधियों का बेजा आना जाना लगा हुआ है। इससे बर्न वार्ड में संक्रमण फैलने की आशंका बनी हुई है। इस मामले की जांच एसआईटी कर रही है।