मुंबई : मुंबई में सोमवार को दोपहर करीब 3 बजे तेज आंधी आई। घाटकोपर में 100 फीट ऊंचा और 250 टन वजनी लोहे का होर्डिंग एक पेट्रोल पंप पर जा गिरा। इस दौरान कुछ कार, टू-व्हीलर्स और पैदल यात्री इसकी चपेट में आ गए। हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई, जबकि 74 लोग घायल हो गए। हादसे के फौरन बाद मुंबई पुलिस, फायर ब्रिगेड, एसडीआरएफ ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। शुरुआत में होर्डिंग के नीचे 100 से ज्यादा लोगों के फंसे होने की खबर थी। धीरे-धीरे लोगों को निकाला जा रहा था। इसके बाद एनडीआरएफ ने मोर्चा संभाला। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी शाम को हादसे का जायजा लेने पहुंचे थे।
लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड है होर्डिंग
घाटकोपर में गिरा यह होर्डिंग लिम्का बुक्स ऑफ रिकॉर्ड में सबसे बड़े होर्डिंग के रिकॉर्ड के तौर पर दर्ज है, जिसका क्षेत्रफल लगभग 1583 वर्ग मीटर का है। घाटकोपर में हुए हादसे में बीएससी, रेलवे और विज्ञापन कंपनी इगो मीडिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएगी। पीआर कार्ड के अनुसार, जिस जमीन पर वह होर्डिंग लगा था वो कलेक्टर और महाराष्ट्र सरकार के पुलिस आवास कल्याण निगम के कब्जे में है। पुलिस आयुक्त (रेलवे मुंबई) के लिए एसीपी (एडीएमआई) द्वारा सभी चार होर्डिंग्स को अनुमति जारी की गई थी। होर्डिंग बनाने से पहले एजेंसी/रेलवे द्वारा कोई अनुमति/एनओसी नहीं ली गई थी।
प्राथमिकी दर्ज
वहीं, होर्डिंग की शिकायत मिलने पर बीएमसी ने एजेंसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। बीएमसी ने एसीपी (एडीएमआई) रेलवे पुलिस आयुक्त को 2 मई को नोटिस जारी कर कहा है कि वह एजेंसी को रेलवे द्वारा दी गई सभी अनुमतियों को रद्द करने और होर्डिंग्स को हटाने का निर्देश दें। बीएमसी अधिकतम 40×40 वर्ग फीट रखने की अनुमति देता है। हालांकि, अवैध जमाखोरी 120×120 वर्ग फुट आकार का दिया गया था। इसके अलावा बीएमसी (एन वार्ड के सहायक आयुक्त) ने एजेंसी को नोटिस जारी किया है कि वह अपने सभी होर्डिंग्स को तत्काल प्रभाव से हटा दे, क्योंकि उसके पास वैध बीएमसी अनुमति नहीं है।