चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग ने दुनिया भर में भारत का नाम रौशन किया। चांद पर चंद्रयान के पहुंचने के बाद दुनिया में भारत और इसरो की खूब तारीफ हुई। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करने वाला भारत पहला देश बन गया है। वहीं, इस कामयाबी पर इसरो के अध्यक्ष ने बयान दिया है।
नई दिल्ली: चंद्रयान चांद की सतह कई चीजों के बारे में पता लगाएगा। जिनमें मुख्य रूप से मिट्टी, जल, वायु और भूकंप प्रमुख है। इसके अलावा दक्षिणी पोल पर चंद्रयान की खोज के बारे में इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ ने गुरुवार (24 अगस्त) को बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हम दक्षिणी ध्रुव के पास पहुंच गए हैं, जो लगभग 70 डिग्री पर है। मुख्य रूप से इसी ध्रुव पर उतरने के पीछे की वजह सूर्य से कम रोशनी होने के संबंध में इस ध्रुव को विशेष लाभ है। चंद्रमा पर काम कर रहे वैज्ञानिकों ने दक्षिणी ध्रुव में बहुत रुचि दिखाई क्योंकि अंततः मनुष्य वहां जाकर उपनिवेश बनाना चाहते हैं और फिर उससे आगे की यात्रा करना चाहते हैं। यहां वैज्ञानिक सामग्री अधिक होने की संभावना है। हम सबसे अच्छी जगह की खोज कर रहे हैं और दक्षिणी ध्रुव में वह होने की क्षमता है।
#WATCH | ISRO chief S Somanath on why ISRO chose the South Pole of the moon for Chandrayaan-3’s landing; says, “We have gone closer to the South Pole which is 70 degrees almost. The South Pole has a specific advantage with respect to being less illuminated by the sun. There is a… pic.twitter.com/hpEV2MMcav
— ANI (@ANI) August 24, 2023
लैंडिंग के बाद हुई बहुत खुशी
चंद्रमा की सतह पर यान की सफल लैंडिंग के बाद इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा कि यह वर्णन करना बहुत मुश्किल है कि मन में क्या चल रहा था। यह खुशी हो सकती है, यह उपलब्धि का सार हो सकता है और योगदान देने वाले सभी लोगों को धन्यवाद।
“First photo of Rover coming out of the lander on the ramp”, tweets Pawan K Goenka, Chairman of INSPACe
(Pic source – Pawan K Goenka’s Twitter handle) pic.twitter.com/xwXKhYM75B
— ANI (@ANI) August 24, 2023
रोवर प्रज्ञान ने की चांद की सैर
गुरुवार (24 अगस्त) की सुबह को लैंडर विक्रम से निकलकर रोवर प्रज्ञान ने चांद की सैर की है। इसरो ने इससे जुड़ी तस्वीरें भी शेयर की। इसरो ने कहा कि मेड इन इंडिया, मेड फॉर मून। सीएच-3 रोवर लैंडर से नीचे उतरा भारत ने की चांद पर सैर।
#WATCH | ISRO Chairman S Somanath after the successful landing of Chandrayaan-3 on the surface of the moon says, “It is very difficult to describe what went through the mind. It could be joy, it could be the essence of accomplishment & thanksgiving to all those who… pic.twitter.com/djWp9zu29e
— ANI (@ANI) August 24, 2023
अमेरिका, रूस की ओर से मिली बधाई
बता दें कि 23 अगस्त शाम 6 बजकर 4 मिनट पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग की। लैंडिंग का लाइव प्रसारण इसरो की ओर से किया गया। पीएम मोदी से लेकर देश की जनता ने नजारे को देखा। इसके बाद पूरे देश में जश्न मनाया गया। अमेरिका, यूरोप, रूस और पाकिस्तान से देश को बधाईयां मिली।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के प्रमुख बिल नेल्सन ने ट्वीट कर लिखा कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग के लिए इसरो को बधाई! चंद्रमा पर अंतरिक्ष यान की सफलतापूर्वक सॉफ्ट-लैंडिंग कराने वाला चौथा देश बनने पर भारत को बधाई। हमें इस मिशन में आपका भागीदार बनकर खुशी हो रही है।
रूस के सरकारी अंतरिक्ष निगम ‘रोस्कोस्मोस’ ने भी भारत को बधाई दी। ‘रोस्कोस्मोस’ ने एक बयान में कहा कि रोस्कोसमोस चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान की सफल लैंडिंग पर भारत को बधाई देता है।
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के महानिदेशक जोसेफ एशबैकर ने ट्वीट कर लिखा अतुल्य! इसरो और भारत के सभी लोगों को बधाई!!’ उन्होंने लिखा कि भारत ने नयी तकनीकों का प्रदर्शन करते हुए किसी अन्य खगोलीय पिंड पर पहली सॉफ्ट लैंडिंग की शाबाश, मैं पूरी तरह प्रभावित हूं। ब्रिटेन की अंतरिक्ष एजेंसी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘इतिहास बन गया! इसरो को बधाई।