कोलकाता : साल 2024 के ग्रैमी अवॉर्ड्स में भारतीय संगीतकारों के हुनर का डंका बज गया है। तबला वादक जाकिर हुसैन और सिंगर शंकर महादेवन को ग्रैमी अवॉर्ड से नवाजा गया। इनके और इनके सहयोगियों के बैंड ‘शक्ति’ के एल्बम ‘ दिस मोमेंट’ ने यह प्रतिष्ठित पुरस्कार जीता। अवार्ड बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एलबम की कैटेगरी में दिया गया। बता दें कि एलबम में कुल आठ गाने हैं। पर क्या आप जानते हैं कि बैंड शक्ति का कोलकाता से close connection है। दरअसल, बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एल्बम का पुरस्कार जीतने वाले एल्बम दिस मोमेंट का कवर तीन लोगों ने डिजाइन किया है, ये सभी ला मार्टिनियर स्कूल और जादवपुर विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के पूर्व छात्र हैं। ओर्को बसु, मृणालिनी सेन और उर्मी भांजा, जो टुगेदरली नामक क्रिएटिव कम्यूनिकेशन कंपनी का हिस्सा हैं ने 2022 की शुरुआत में एल्बम आर्ट पर काम करना शुरू किया।
46 वर्षीय भांजा ने कहा, “मुझे तो ये विश्वास ही नहीं हो रहा है। मैं अभी भी इसे प्रोसेस कर रही हूं। हम इस अवसर का जश्न मनाने के लिए गेट टूगेदर करने वाले हैं”। भांजा, जो न्यू अलीपुर में पली-बढ़ी हैं और अब गोल्फ ग्रीन में रहती हैं, तीनों में से एकमात्र ऐसी हस्ती हैं जो अभी भी कोलकाता में रह रही हैं। अन्य दोनों में से सेन गोवा में हैं और बसु बेंगलुरु में।
सेन की बात करें तो उनका जन्म और उनका अधिकांश जीवन कोलकाता में ही बीता है। उनके माता-पिता अभी भी बालीगंज में रहते हैं। वह एक शिक्षिका होने के साथ ही सेल्फ टॉट आर्टिस्ट हैं जो पांच साल पहले गोवा शिफ्ट हो गईं। बसु भी कोलकाता के बालीगंज के निवासी हैं – उनका बचपन भी बालीगंज सर्कुलर रोड में ही गुजरा है।