मुख्य बातें
नये साल की शुरुआत में ही ईडी का बड़ा अभियान
पार्क स्ट्रीट, साल्ट लेक, बागुईआटी समेत कई इलाकों में छापा
सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : नये साल की शुरुआत के साथ ही ईडी की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कोलकाता समेत 8 इलाकों में छापामारी की। ईडी के अधिकारियों ने तमिलनाडु में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की साइबर धोखाधड़ी से जुड़े मामले की जांच के सिलसिले में बृहस्पतिवार को यह कार्रवाई की। पार्क स्ट्रीट, साल्टलेक और बागुइहाटी इलाकों में 5 जगहों और विभिन्न जिलों में उत्तर 24 परगना समेत 3 स्थानों पर एक साथ अभियान चलाया। अधिकारी ने कहा कि साल्टलेक इलाके में छापेमारी के दौरान ईडी के अधिकारियों ने पूछताछ के लिए एक व्यक्ति को हिरासत में लिया। उन्होंने को बताया, ‘हमारे अधिकारी अब बागुइहाटी में एक आवासीय परिसर के एक फ्लैट पर छापेमारी की। पूर्वी भारत के राज्यों के कई लोग अपराध में शामिल पाए गए हैं। बागुइहाटी रघुनाथपुर में देर रात तक छापेमारी जारी रही। इस मामले में गोपाल झा के फ्लैट की तलाशी ली गयी।
तीन राज्यों तक फैले हैं इसके तार
ईडी सूत्रों के मुताबिक, चेन्नई में हजारों करोड़ रुपये की साइबर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज की गई है। जांचकर्ताओं के मुताबिक जालसाजों का नेटवर्क पूर्वी राज्यों में फैला हुआ है। इनमें बंगाल, असम और ओड़िशा भी शामिल हैं। कोलकाता की ईडी टीम ने चेन्नई से आयी टीम के साथ अभियान चलाया। उनका दावा है कि खोजबीन करने से फर्जीवाड़े की जड़ तक पहुंचना संभव होगा। संयोग से करीब 64 लाख रुपये की साइबर धोखाधड़ी के आरोप में तन्मय पाल नाम के युवक को उत्तरी 24 परगना के बारासात से गिरफ्तार किया गया था। युवक ने देशभर से कम से कम 300 लोगों के करीब 65 करोड़ रुपये चुरा लिये। इस बड़ी धोखाधड़ी की डील की शुरुआत उसने बारासात के घर में बैठकर की थी। इस साइबर फ्रॉड को लेकर ईडी एक बार फिर एक्शन में है।
मुर्शिदाबाद में भी चला तलाशी अभियान
ईडी की कई गाड़ियां गुरुवार की सुबह सात बजे मुर्शिदाबाद के बड़ंचा थाने के डाकबांग्ला क्षेत्र में पहुंची। ईडी ने स्थानीय नीमाग्राम में रहतुल्ला शेख उर्फ राही शेख के घर की तलाशी अभियान चलाया। स्थानीय सूत्रों के अनुसार रहतुल्ला शेख का मूल घर कांदी थाना के जेमो सहिसपाड़ा इलाके में है। पिछले कुछ सालों से वह नीमग्राम स्थित अपनी ससुराल से ही अपना कारोबार कर रहा था। आरोप है कि ट्रैवल बिजनेस के अलावा वह विदेशी करेंसी का ऑनलाइन कारोबार भी कर रहा था। इसके अलावा, वह कई लेन-देन में भी शामिल था। सूत्रों के मुताबिक, दो साल पहले किसी मामले में उसके घर पर रेलवे विभाग ने छापा मारा था। यह पता चला है कि ईडी ने पहले भी विदेशी मुद्रा लेन-देन को लेकर कई नोटिस भेजे थे लेकिन नोटिस मिलने के बावजूद नहीं उपस्थित होने पर ईडी ने उसके घर पर छापेमारी कर दी। हालांकि, रहतुल्ला शेख और उनके दोनों बेटे उस वक्त घर पर नहीं थे।