बीजापुर/नयी दिल्ली : छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के कुटरू थाना क्षेत्र के अंबेली गांव के पास सोमवार को नक्सलियों ने बारूदी सुरंग से एक वाहन को उड़ा दिया। इस हमले में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के आठ जवान और उनके चालक की मौत हो गई। एक वाहन को निशाना बनाकर शक्तिशाली संवर्धित विस्फोटक उपकरण (आईईडी) से विस्फोट किया।
घटना का समय और स्थान : घटना दोपहर करीब 2.15 बजे हुई। डीआरजी के जवान दंतेवाड़ा जिले में नक्सल विरोधी अभियान के बाद अपनी एसयूवी कार से लौट रहे थे, तभी कुटरू इलाके में यह विस्फोट हुआ। यह क्षेत्र रायपुर से लगभग 400 किलोमीटर दूर स्थित है।
नक्सल विरोधी अभियान में शामिल थे मृतक : सभी आठ डीआरजी जवानों और चालक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। ये जवान नारायणपुर, दंतेवाड़ा और बीजापुर के सीमावर्ती क्षेत्रों में तीन दिनों तक चलाए गए नक्सल विरोधी अभियान में शामिल थे। इस अभियान में पांच नक्सली मारे गए और डीआरजी का एक हेड कांस्टेबल भी शहीद हो गया था।
कितना शक्तिशाली था विस्फोट : विस्फोट के बाद घटनास्थल में एक गड्ढा हो गया, जो 10 फुट से अधिक गहरा था। हमले में वाहन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और वाहन का एक हिस्सा पास के पेड़ पर लटका हुआ पाया गया।
राज्य में 2 सालों में सुरक्षा बलों पर सबसे बड़ा नक्सली हमला: यह घटना छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में सुरक्षा बलों पर किए गए बारूदी सुरंग के हमलों की कड़ी में एक और हमला है और यह राज्य में पिछले दो वर्षों में सुरक्षा बलों पर किया गया सबसे बड़ा नक्सली हमला है। पिछला बड़ा हमला 26 अप्रैल 2023 को हुआ था, जब दंतेवाड़ा जिले में सुरक्षाकर्मियों को ले जा रहे काफिले को नक्सलियों ने उड़ा दिया था, जिसमें 10 पुलिस कर्मियों और एक चालक की मौत हुई थी।
2026 तक नक्सलियों का सफाया : शाह :केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को देश से मार्च 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने का संकल्प जताते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सल हमले में मारे गए जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। वहीं, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शोक व्यक्त किया और कहा कि देश नक्सलवाद को पूरी तरह से खत्म करने के लिए कृत संकल्प है। छत्तीसगगढ़ मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि बस्तर क्षेत्र में जारी नक्सल विरोधी अभियान से नक्सली हताश हो गए हैं और इसी वजह से इस तरह के कायरतापूर्ण हमले कर रहे हैं।