नयी दिल्लीः सभी संदिग्ध एवं अनचाहे स्पैम कॉल को तत्काल प्रभाव से रोकने के लिए दूरसंचार कंपनियों ने टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के लिए 11 दिसंबर तक अनचाहे संदेशों पर रोक लगाने की व्यवस्था लागू करने को कहा था।
क्या होगा लाभः इस कदम से उपभोक्ताओं को स्पैम (अनचाहे या वाणिज्यिक) एसएमएस से दीर्घकालिक राहत मिलने की उम्मीद है।
पूरी तरह से पता लगाया जा सकेगाः भारतीय सेल्यूलर ऑपरेटर एसोसिएशन (सीओएआई) के महानिदेशक एस पी कोचर ने कहा, ‘‘ट्राई द्वारा 20 अगस्त, 2024 को जारी निर्देश के अनुरूप प्रमुख इकाइयों द्वारा भेजे गए सभी वाणिज्यिक संदेशों का अब पूरी तरह से पता लगाया जा सकेगा।’’कोचर ने कहा, ‘‘ट्राई के निर्देशों का पालन करने के लिए सीओएआई के सभी सदस्यों ने आवश्यक तकनीकी समाधानों को सफलतापूर्वक लागू कर दिया है और प्रमुख इकाइयों एवं टेलीमार्केटिंग इकाइयों के संदेशों पर लगाम लगाने वाली प्रक्रिया लागू करने के लिए तकनीकी तैयार हैं।’’ सीओएआई के सदस्यों में सभी निजी दूरसंचार कंपनियां- रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया शामिल हैं।