Flu in Kolkata : सर्दी – जुकाम और फ्लू की चपेट में 30% महानगरवासी | Sanmarg

Flu in Kolkata : सर्दी – जुकाम और फ्लू की चपेट में 30% महानगरवासी

कोलकाता : मौसम में लगातार हो रहे बदलाव के कारण महानगरवासी अब सर्दी – जुकाम और फ्लू की चपेट में आ रहे हैं। हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि अभी 30 फीसदी से अधिक लोग इसके शिकार हो चुके हैं। इसे लेकर यहां के लोगों को अब सतर्क होने की जरूरत है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड काल के बाद यह देखने को मिला है कि अब लोगों में मौसम से संबंधित बीमारियों को सह लेने की क्षमता भी कम गयी है। देश के ज्यादातर हिस्सों में सर्दी का मौसम बढ़ रहा है। कोलकाता में बुधवार को हुई बारिश के कारण मौसम थोड़ा सर्द सा हो गया है। गिरते तापमान के साथ कई प्रकार के बैक्टीरिया और वायरस बढ़ने लगते हैं, जिसके कारण श्वसन संक्रमण सहित कई बीमारियों का जोखिम हो सकता है।

सिरदर्द, कोल्ड एंड कफ व निमोनिया आदि की समस्या

इस्लामिया हॉस्पिटल के सीनियर कंसल्टेंट व चेस्ट फिजिशियन डॉ. अभिजीत बनर्जी ने बताया कि सर्दियों का ये मौसम पहले से ही मौजूद कुछ स्वास्थ्य समस्याओं को ट्रिगर करने वाला भी हो सकता है। इसको लेकर अलर्ट रहने की आवश्यक है। ठंड के महीनों में सर्दी, फ्लू और अन्य श्वसन संबंधी बीमारियां अधिक रिपोर्ट की जाती हैं। जिन लोगों को पहले से अस्थमा या ब्रोंकाइटिस जैसी स्वास्थ्य समस्याएं रही हैं, उनके लिए ये मौसम इन समस्याओं को ट्रिगर करने वाला भी हो सकता है। अगर समय पर ट्रीटमेंट शुरू नहीं किया गया तो निमोनिया और सांस की समस्या भी हो सकती है। इधर, आरएसवी हॉस्पिटल व लॉर्ड वेंकटेशवर क्लिनिक के कॉर्डियो डायबिटिक प्रैक्टिशनर डॉ. कौशिक बनर्जी ने बताया कि इन दिनों अधिकतर लोगों में नाक बहने, सिरदर्द, कोल्ड एंड कफ व निमोनिया आदि की समस्या हो रही है। इसे लेकर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गयी है।

इन बीमारी से ग्रस्त लोग रहें सावधान

अगर किसी को माइग्रेन की समस्या है या फिर हाईपरटेंशन की समस्या है तो जरूर सतर्क रहें। ठंड के मौसम में यह बढ़ जाती है। ब्लड प्रेशर वाले लोगों को विशेष सावधानी की जरूरत है। ठंड का ये मौसम उन लोगों के लिए भी समस्याकारक है जिनको ब्लड प्रेशर की दिक्कत रही है। इसके अलावा माइग्रेन से पीड़ित लोगों को भी इस महीने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। ब्लड प्रेशर बढ़ने की समस्या हृदय रोगों और इसकी जटिलताओं को भी बढ़ाने वाली हो सकती है। हृदय रोग से पीड़ित लोगों को भी ध्यान रखना चाहिए।

 

 

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