
नई दिल्ल : अमेरिका की एक जेल से बड़ा ही हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला को सौतेले भाई की हत्या करने वाले कैदी से प्यार हो गया। दोनों की प्रेम कहानी की शुरुआत पत्राचार से हुई। दरअसल महिला ने अपने भाई की हत्या के कारण जानने के लिए पत्र लिखा था, फिर ये सिलसिला इस कदर शुरू हुआ, कि वो उसके प्यार में पड़ गई। अब दोनों ने शादी कर ली है।
अमेरिका के कुयाहोगा काउंटी का ये पूरा मामला है। अप्रैल 1989 में जॉन टिडजेन को ब्रायन मैकगरी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। अदालत ने उसे 32 साल की सजा सुनाई, जिसके बाद उसे जेल में डाल दिया गया। ब्रायन की बहन क्रिस्टल स्ट्रॉस को समझ ये नहीं आ रहा था, कि हत्या के पीछे का कारण क्या है। उसने सच्चाई का पता लगाने के लिए जेल में बंद सौतेले भाई के हत्यारे जॉन को पत्र लिखा।
जेल के अंदर क्रिस्टल के ये पत्र जॉन तक उसके वकील किम्बर्ली कोरल ने पहुंचाये। पत्रों का सिलसिला इस कदर शुरू हुआ, कि वह जॉन के प्यार में पड़ गई और उसके जेल से बाहर आने का इंतजार करने लगी। जॉन के द्वारा ब्रायन की हत्या की बात स्वीकार करने के बाद 32 साल की सजा सुनाई गई थी।
जेल से सजा काटने के बाद बाहर आते ही क्रिस्टल ने 57 वर्षीय जॉन से शादी कर ली। उसने बताया कि वह जॉन से प्यार करती है और उसके बिना नहीं रह सकती थी। जॉन ने उसके सौतेले भाई की हत्या की, जिसके लिए उसने तीन दशक की सजा काट ली है।
क्रिस्टल ने न्यूज 5 को बताया कि “मैं उससे प्यार करती हूं, जाहिर है, अगर मैं उससे प्यार नहीं करती, तो मैं उसके साथ यहां नहीं होती।” वहीं जॉन टिडजेन ने भी कहा कि वो क्रिस्टल से बेहद प्यार करता है और वे दोनों एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते थे।
मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक क्रिस्टल का सौतेला भाई ब्रायन मैकगरी अपार्टमेंट में मृत पाया गया था। इस हत्या का आरोप जॉन पर लगा था। पुलिस गिरफ्त में आने के बाद पहले तो जॉन ने कहा कि ब्रायन ने आत्महत्या कर ली है लेकिन बाद में उसने आत्मरक्षा में मैकगरी को मारने की बात कबूल की।
पुलिस रिपोर्टों के अनुसार, मैकगरी के शरीर पर चाकू के वार के निशान थे और उसके गोली लगी हुई थी। जॉन ने बताया कि उसने मैकगरी को गोली मारी है, इसके कोई भौतिक सबूत नहीं थे। उसके हाथों से न तो गन पाउडर मिला था और नाहीं किसी प्रकार के खून के धब्बे।
रिपोर्टों के अनुसार, राइफल की बैरल पर मैकगरी का खून पाया गया था, जिससे यह पता चलता है कि उसे काफी नजदीक से गोली मारी गई थी। हालांकि, कुयाहोगा काउंटी कोर्ट द्वारा इस मामले में उसे दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई। अब 31 अगस्त को प्री-ट्रायल सुनवाई के लिए उसे अदालत में बुलाया गया है।