हैदराबाद: हैदराबाद में बहुत ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां ब्यूटी पार्लर पर हेयर कट के लिए गई महिला ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम की शिकार हो गई। उसे तुरंत इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टर का कहना है कि महिला की हालत में सुधार आया है। मगर, उसे ठीक होने में अभी समय लगेगा।
इस पूरी प्रक्रिया में 40-45 मिनट का समय लगता है। इतने लंबे समय तक इस पोजिशन में रहने के कारण वर्टेब्रल आर्टिरी (कशेरुका धमनी) सिकुड़ जाती है।
बन जाता है रक्त का थक्का
20-30 मिनट के बाद रक्त की आपूर्ति इतनी कम हो जाती है कि रक्त का थक्का बन जाता है। इसके कारण स्ट्रोक जैसे हालत पैदा हो जाते हैं, जिसे ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम कहा जाता है। उन्होंने आगे बताया कि महिला की साथ भी ऐसा ही हुआ है। गर्दन पीछे झुकाए रखने के कारण उसके सेरिबैलम में खून का थक्का जम गया था। फिलहाल वो खतरे बाहर है, लेकिन पूरी तरह से ठीक होने में 2-3 हफ्ते का समय लग जाएगा।
अमेरिका में आया था सबसे पहला मामला
ब्यूटी पार्लर स्ट्रोक सिंड्रोम का सबसे पहले अमेरिका में आया था। साल 1993 में पार्लर पर गई एक महिला को इसकी शिकायत हुई थी। इसके बाद से इस तरह की स्थिति होने पर ब्यूटी पार्लर सिंड्रोम नाम दिया जाने लगा।