वामेना : इंडोनेशिया के अशांत क्षेत्र पापुआ में हिंसा का ताजा मामला सामने आया है। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि इस हिंसा में दो दर्जन से अधिक लोग मारे गए हैं। इंडोनेशिया सरकार ने इस हिंसा पर कहा कि इसका उद्देश्य पापुआ की स्वतंत्रता की ओर संयुक्तराष्ट्र महासभा का ध्यान खींचना है।
नस्लवाद को लेकर हो रही हिंसा
अधिकारियों ने बताया कि नस्लवाद को लेकर और क्षेत्र में स्वशासन की ताजा मांग को लेकर पापुआ में हफ्तों चले प्रदर्शन से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। यहां प्रदर्शनकारियों द्वारा इमारतों में आगजनी किये जाने के बाद लोगों को जिंदा जलते देख हजारों की संख्या में बाशिंदों को अन्य स्थानों पर शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
वामेना शहर में 26 लोग मारे गए
अधिकारियों ने बताया कि वामेना शहर में करीब 26 लोग मारे गये हैं। वहां सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को एक सरकारी कार्यालय ओर अन्य इमारतों में आग लगा दी थी। अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में शामिल ज्यादातर लोग पापुआ के निवासी नहीं हैं। इससे इस दक्षिण एशियाई द्वीप के अन्य हिस्सों के प्रवासियों के खिलाफ हिंसा बढ़ने का खतरा पैदा हो गया है।
जयापुरा में एक सैनिक और तीन आदमीयों की मौत
बताया जा रहा कि प्रांतीय राजधानी जयापुरा में सोमवार को सुरक्षाबलों और पथराव करने वाले प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई, इसमें एक सैनिक और तीन आदमी मारे गए हैं। इस घटना में 70 से अधिक लोग घायल हो गए हैं जबकि, 700 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। सूत्रों की मानें तो पापुआ में फिलहाल इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई है।